Neem Plantation in Summer: गर्मियों में चलती गर्म लू और तपती धूप के बीच खेती-किसानी करना कोई आसान काम नहीं होता. ऐसी स्थिति में प्रकृति से उपजी नीम किसानों के संजीवनी का काम करती है. पुराने समय से ही नीम की ठंडी छांव में बैठने की प्रथा चली आ रही है, लेकिन आधुनिक दौर आते-आते न तो नीम के पेड़ ही देखने को मिलते हैं और न ही नीम की छांव मिलती है. धरती से धीरे-धीरे विलुप्त हो रही इस प्रजाति में औषधीय गुण होते हैं, जिसका इस्तेमाल आज भी दवा बनाने में किया जाता है. 


नीम के पेड़ की खास बात यहा है कि इसका रंग मौसम के हिसाब से कभी सफेद तो कभी भूरा-लाल हो जाता है. लेकिन गांव से बाहर निकलकर अगर शहरों में देखें तो नीम के पेड़ कम ही नजर आते हैं. अगर आप भी अपने घर के आस-पास नीम का पेड़ लगाना चाहते हैं तो इन सिंपल टिप्स को फॉलो कर सकते हैं-


इस मौसम में लगायें नीम
नीम का पेड या पौधा लगाने के लिये बारिश का मौसम सबसे बेहतर माना जाता है. इस मौसम में तुलसी जैसे ज्यादातर औषधीय पौधों की बढ़वार भी अच्छी हो जाती है. नीम के पौधे से पेड़ तैयार होने में करीब 3-4 साल का समय लगता है. अगर आप आज ही नीम की पौध लगाते हैं तो 4-5 साल में इससे अच्छी बढ़वार मिल जायेगी. इसके पौधे या पेड़ घर के आस-पास लगाने से मक्खी-मच्छरों की समस्या खत्म हो जाती है. 


घर पर बनायें नीम की पौधशाला
नीम का इस्तेमाल गांव और खेती-बाड़ी में होता ही है, घरेलू जरूरतों के लिये भी नीम से कई फायदे मिलते हैं. यह घरेलू कीटनाशक का काम तो करता ही है, स्मॉल पॉक्स जैसी बीमारियों में भी इसका इस्तेमाल कारगर साबित होता है. अगर आप नीम के पेड़-पौधे न लगाकर, बीजसहित नीम को तैयार करना चाहते हैं तो ये है नीम का पेड़ उगाने के बहुत सिंपल ट्रिक्स-



  • कहीं नीम का पेड़ मिल जाये तो पेड के नीचे जमीन पर नीम के बीज पड़े मिल जाते हैं. जहां उनका अंकुरण पहले ही हो जाता है.

  • नीम के बीजों को ठीक प्रकार पानी से धोने के बाद बीजों को धूप में सुखा लें.

  • नीम के बीजों को अच्छी खाद-मिट्टी के साथ बड़े गमलों में बो सकते हैं.

  • गमले में नीम के बीज को ज्यादा नीचे न डालें, मिट्टी-खाद में बीज को दबाकर मिट्टी से कवर कर दें.  

  • बीज को गमलों में बोने के बाद गमले में  2-3 इंच ऊपर तक भर दें.

  • नीम के बीज से पौधा बनने में करीब 3 से 4 महीने का समय लग जाता है.  

  • जब नीम का पौधा बडे पेड़ बनने की अवस्था में आ जाये, या उसका तना लकड़ी बन जाये तो इसे अपने घर के आंगन या गार्डन में लगा सकते  हैं.


 


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