PM Kisan Samman Nidhi 13th Installment: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12 किस्त किसानों के खाते में पहुंच चुकी है. 13 वीं किस्त का किसान इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, केंद्र सरकार के छंटनी अभियान के बाद काफी संख्या में किसानों को सूची से बाहर कर दिया है. किसानों को डर है कि 13 वीं पाने से इस बार वंचित न रह जाएं.


वहीं किसानों का बड़ा तबका केंद्र सरकार पीएम किसान सम्मान निधि की धनराशि बढ़ाने की मांग काफी समय से कर रहा है. केंद्र सरकार ने अभी किस्त बढ़ाने के मामले में अधिकारिक तौर पर टिप्पणी नहीं की है. लेकिन जानकारों का कहना है कि एक फरवरी को पेश होने जा रहे केंद्रीय बजट के पिटारे में किसानों के लिए बहुत कुछ छिपा जरूर है. 


किसानों को सालाना मिल सकते हैं 8000 रुपये


केंद्र सरकार का बजट एक फरवरी को संसद में पेश होना है. जाहिर है बजट पेश होने में कुछ दिन शेष हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार इस बार बजट में किसानों को बड़ी राहत दे सकती हैं. बताया गया है कि किसानों के खाते में जाने वाली धनराशि का बड़ा राजनीतिक लाभ भी हैं. इसी कारण कृषि मंत्रालय ने बजट में इस योजना को और बेहतर करने की सिफारिश की है. खुद प्रधानमंत्री कार्यालय इस योजना को लेकर गंभीर है. ऐसे में संभावना यही है कि किसानों को मिलने वाली धनराशि 6 हजार रुपये सालाना से बढ़ाकर 8 हजार रुपये कर सकती है. 


अभी तक साल में मिलते हैं 6 हजार रुपये


केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. योजना के तहत किसानों के खाते में सालाना 3 किस्त किसानों के खाते में भेजी जाती है. चार महीने में एक किस्त खाते में पहुंचती है. एक किस्त में दो हजार रुपये, इस तरह सालाना 6 हजार रुपये किसानों को मिल जाते हैं. लेकिन अब जो खबरें सामने आ रही हैं. उनके अनुसार, केंद्र सरकार किस्तों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रही है. इससे किसानों को सालाना 2000 रुपये की अतिरिक्त आय हो जाएगी. 


केंद्र सरकार इसलिए बढ़ाना चाहती है धनराशि


वर्ष 2022 का जब आम बजट पेश हुआ था. तब भी किस्त की धनराशि बढ़ाने की मांग तेज हो गई थीं. लेकिन कोरोना के कारण अन्य सेक्टर ढेर हो गए तो केंद्र सरकार का फोकस अन्य क्षेत्रों पर भी रहा. लेकिन अब सरकार कुछ रिलेक्स मूंड में हुई है. कृषि क्षेत्र को बेहतर करने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. वहीं, कीटनाशक, उर्वरक, बीज, कृषि यंत्र समेत अन्य उपकरण खासे महंगे हुए हैं. किसानों की आर्थिक जरूरतें बढ़ी हैं. किस्त की धनराशि बढ़ाकर भी केंद्र सरकार किसानों की मदद करना चाहती है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



यह भी पढ़ें- दुनियाभर में मशहूर है भारत का चावल, इन अनोखी किस्मों की है भारी मांग... जानिए इनमें ऐसा क्या है?