PM Kisan Scheme: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12 किस्त किसानों के खाते में जा चुकी हैं. किसान 13 वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं. केंद्र सरकार के छंटनी अभियान के बाद काफी किसानों को डर सता रहा है कि उनका नाम लिस्ट से न कट जाए. लेकिन देश के अलग अलग हिस्सों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि किसानों ने फर्जी तरीके से किसान सम्मान निधि का पैसा ले लिया है. अब ऐसे ही किसानों से रिकवरी की कार्रवाई कर रही है. अब नया मामला सामने आया है. जिसमें किसानों के पास जमीन ही नहीं थी और उन्होंने किसान सम्मान निधि का लाभ ले लिया है. 


उत्तर प्रदेश में बिना जमीन ले ली किस्त 
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में ऐसा ही फर्जीवाड़ा सामने आया है. यहां काफी संख्या में किसान ऐसे ही सामने आए हैं, जिनके पास जमीन नहीं थी और केंद्र सरकार से पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किस्त लेते रहे. जानकारी के मुताबिक, जिले में करीब 10 हजार किसान ऐसे ही सामने आए हैं. जोकि भूमिहीन रहे या फिर उनकी मौत हो गई. उनको लगातार किस्त जाती रही. भूमिहीन किसानों ने फर्जी तरीके से किस्त हथियाई, जबकि मौत होने वाले किसानों के परिजनों ने विभाग में किसी स्तर से अपडेट नहीं कराया. कृषि विभाग ऐसे किसानों से करीब 5 से 6 करोड़ रुपये की रिकवरी करेगा


2 लाख से अधिक किसानों का हुआ वेरिफिकेशन
शासन स्तर से जिले के 2 लाख से अधिक किसानों का वेरिफिकेशन कराया गया. वेरिफिकेशन में किसानों के फर्जी तरीके से किस्त लेने की पुष्टि हुई है. विभागीय अधिकारियों के अनुसार, फर्रुखाबाद में में दो लाख एक हजार किसान भूलेख के आधार पर अपलोड किए गए हैं. किसानों को अब तक 12 किस्त मिल चुकी हैं. काफी संख्या में किसानों को फर्जी तरीके से किस्त लेने की शिकायतें मिल रही थीं. जांच कराने पर फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई. जांच में सामने आया कि जो किसान भूमिहीन हैं. उन्होंन भी सम्मान निधि का लाभा ले लिया, जबकि जिनकी मौत हो चुकी थी. उनके घर वाले भी लगातार किस्त ले रहे थे. 


किसान सम्मान निधि पाने को ई-केवाईसी जरूरी
केंद्र सरकार को काफी शिकायतें मिल रही थीं कि देश के लाखों अपात्रों के खाते में किसान सम्मान निधि पहुंच रही है. केंद्र सरकार ने अपात्रों को लिस्ट से बाहर करने के लिए सफाई अभियान चलाया. 2 करोड़ से अधिक किसानों को देश में 12 वीं किस्त नहीं मिली. हालांकि इनमें से काफी ऐसे भी रहे, जिन्होंने ई-केवाईसी नहीं कराई थी. केंद्र सरकार के अधिकारियों का कहना है कि 13 वीं किस्त पाने के लिए ई-केवाईसी, लैंड वेरिफिकेशन, आधार कार्ड अपडेट समेत अन्य डॉक्यूमेंट का अपडेशन जरूरी है. इसके बिना 13 वीं किस्त नहीं मिलेगी. 


 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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