PM Kisan Samman Nidhi: 10 फरवरी को भी केवाईसी नहीं हुई तो किस्त खाते में आएगी या नहीं? ये है नया अपडेट
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 13 वीं किस्त खाते में नहीं पहुंची है. आज 10 जनवरी यानि ई-केवाईसी की आखिरी तारीख है. ऐसे में जो किसान ई-केवाईसी नहीं करा पाए हैं. उनके सामने संकट है.
PM Kisan Scheme: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12 किस्त किसानों के खाते में पहुंच चुकी है. 13वीं किस्त कबतक खाते में पहुंचेगी. इसको लेकर अभी तक कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. केंद्र सरकार के अधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार किसी भी हाल में अपात्र के खाते में किस्त नहीं भेजना चाहती है. इसी को लेकर खाते में किस्त पहुंचने में देरी हो रही है.
10 फरवरी गुजरी, अब ई-केवाईसी का क्या होगा?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 13 वीं किस्त पाने के लिए किसान तमाम कोशिश में जुटे हुए हैं. हाल में केंद्र सरकार की ओर से जानकारी दी गई थी कि 10 फरवरी तक किसान हर हाल में ई-केवाईसी करा लें. जो किसान ई-केवाईसी नहीं करा पाएगा. उसे किस्त नहीं मिल सकेगी. लेकिन अब दस जनवरी लगभग गुजर चुकी है. ऐसे में जो किसान ई-केवाईसी नहीं करा सके हैं. उनके सामने विकल्प क्या है? केंद्र सरकार का कहना है कि शीर्ष स्तर से ई-केवाईसी कराने की यदि कोई नई तारीख एक्सटेंशन हो जाती है तो उसकी जानकारी किसानों को दी जाएगी.
राजस्थान में 24 लाख किसानों ने नहीं कराया था ई-केवाईसी
हाल में आाधार लिंक और ई-केवाईसी को लेकर राजस्थान का आंकड़ा सामने आया था. जनवरी 2023 तक के राजस्थान के आंकड़ों के अनुसार, 67 फीसदी ई-केवाईसी और 88 फीसदी बैंक अकाउंट को आधार कार्ड से लिंक नहीं कराया है. राज्य में 24.45 लाख लाभार्थियों ने ई-केवाईसी नहीं कराया था. 1.94 लाख लाभार्थियों ने बैंक अकाउंट को आधार कार्ड से लिंक नहीं कराया है. हालांकि फरवरी में ई-केवाईसी कराने और आधार लिंक कराने का यह आंकड़ा घट सकता है.
किसान ऐसे कराएं ई-केवाईसी
विशेषज्ञों का कहना है कि ई-केवाईसी कराने के लिए किसान सबसे पहले पीएम किसान पोर्टल की अधिकारिक वेबसाइट पर जाएं. वहां पर फार्मर र्कानर का विकल्प दिखेगा. उसी में ई-केवाईसी पर क्लिक कर दें. नया पेज खुलने पर आधार नंबर डाल दें. आधार से जो नंबर पंजीकृत है. उसपर ओटीपी आएगा. ओटीपी और कैप्चा कोर्ड दर्ज कर दें. इसके साथ ही ई-केवाईसी का प्रोसेस पूरा हो जाएगा.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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