PM Kisan Nidhi 13th Installment: पीएम किसान सम्मान निधि की 12 वीं किस्त किसानों के खाते में पहुंच गई है. 13वीं किस्त को लेकर किसानों ने कवायद शुरू कर दी है. किसान बैंकों में जाकर और गूगल सर्च कर योजना के संबंध में जानकारी ले रहे हैं. यह भी देख रहे हैं कि किस्त अटकने के पीछे वजह क्या हो सकती हैं. योजना के तहत अब नई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों को बैंक अकाउंट या ई-केवाईसी में छोटी सी अपडेट न होने पर भी धनराशि नहीं मिल पा रही है. किसान जिला एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट और बैंकों के चक्कर लगा रहे हैं. एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के अफसरों का कहना है कि e-KYC को लेकर सारी जानकारी पीएम पोर्टल मौजूद है. किसान जानकारी लेकर e-KYC करा सकते हैं. 


पीएम किसान सम्मान निधि को लेकर कापफी किसानों ने ई केवाईसी अपडेट करा दिया था. खाते की जानकारी भी अपडेट करा दी गई थी, लेकिन अकेले उत्तरप्रदेश के पीलीभीत में ही 17 हजार अधिक खाते पीएम सम्मान निधि के लिए रिजेक्ट कर दिए गए हैं. इसके पीछे वजह बताई गई कि किसानों के खाते में छोटी मोटी कमियां थीं. इस कारण उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल सका है. पीलीभीत में 17157 खाते रिजेक्ट हुए हैं. 13वीं किस्त पाने के लिए इन किसानों को बैंक से PFMS अपडेट कराने की अपील की गई है. खाता अपडेट हो जाने से खाते में धनराशि आना शुरू हो जाएगी. उत्तरप्रदेश के मेरठ, सहारनपुर, हापुड़, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, कानपुर, अलीगढ़, गोरखपुर समेत सभी जिलों में ऐसे किसानों की संख्या देखी जा रही है. 


कैसी गड़बड़ी आ रहीं सामने?
बैंक खाता अपडेट करते समय अमूमन जो भूल किसी व्यक्ति से हो जाती हैं, वहीं किसानों से हुई हैं. मसलन, किसी किसान का बैंक में नाम, बैंक खाता, आधार कार्ड, पेनकार्ड आदि डिटेल भरने में थोड़ी कमी हो गई हैं. एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के अफसरों का कहना है कि किसान पीपफएमएस रिकॉर्ड अपडेट करा लें. पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों के बैंक अकाउंट वैरीफाई किए जा रहे हैं. किसान तुरंत बैंक में संपर्क करें. कृषि विभाग के कर्मचारी इस संबंध में किसानों को अवेयर कर रहे हैं. 


साढ़े 4 करोड़ किसानों को नहीं मिली थी 12 वीं किस्त
किसानों को समय पर मिलने वाली पीएम किसान निधि की किस्त इस बार काफी लेट हो गई थी. किसानों को काफी इंतजार करना पड़ा था. इसके पीछे वजह बताई गई थी कि देशभर में कापफी संख्या में अपात्र किसान योजना का लाभ ले रहे हैं. केंद्र सरकार के निर्देश पर सभी स्टेट गवर्नमेंट ने ऐसे ही किसानों की छंटनी की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8000 किसानों को 16 हजार करोड़ की धनराशि जारी की थी. देशभर में करीब साढ़े 4 करोड़ किसान योजना का लाभ पाने से वंचित रह गए. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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