PM Kisan Yojana Ekyc: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 12किस्तें लाभार्थी किसानों के बैंक खाते में जारी हो चुकी हैं. कई किसानों ने अभी तक ई-केवाईसी, आधार सीडिंग और लैंड सीडिंग नहीं करवाया है, जिसके चलते 12वीं किस्त तो अटकी ही, 13वीं किस्त आने में भी देरी हो रही है.  बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को सालाना 6,000 रुपये सहायतानुदान दिया जाता है. ये रकम दो-दो हजार रुपये की 3 किस्तों में हर चार महीने के अंतराल पर ट्रांसफर होती है. ताजा रुझानों की मानें तो होली से पहले कभी-भी 13वीं किस्त जारी होने का फरमान आ सकता है.


पीएम किसान योजना के तहत 17 अक्टूबर 2022 को बारहवीं किस्त जारी हुई थी. तेरहवीं किस्त के लिए दिसंबर से लेकर मार्च तक का टाइम निर्धारित है. इस बीच किसानों को 10 फरवरी तक ई-केवाईसी वेरिफिकेशन, आधार सीडिंग और जमीन का सत्यापन करवाने की हिदायत दी जा रही है.


ई-केवाईसी करवाएं
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम का लाभ लेने के लिए सरकार ने ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है. राज्य कृषि विभाग और पीएम किसान पोर्टल के जरिए किसानों को लगातार SMS भेजकर ई-केवाईसी करवाने के लिए कहा जा रहा है. यदि आप भी पीएम किसान योजना के लाभार्थी हैं तो 10 फरवरी तक ई-केवाईसी पूरी कर लें. यह प्रक्रिया बेहद आसान है. किसान को अपने मोबाइल नंबर से आधार कार्ड को लिंक करना है. इस काम में नजदीकी जन सेवा केंद्र या ई-मित्र केंद्र की मदद ले सकते हैं. 


चाहें तो अपने मोबाइल फोन से भी सेल्फ ई-केवाईसी करवा सकते हैं. इसके लिए ऑफिशियल वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा.



  • होम पेज पर दाईं ओर Farmers Corner के सेक्शन में जाना होगा.

  • अब Ekyc के विकल्प पर क्लिक करें, जिसके बाद OTP Based Ekyc का पेज खुल जाएगा.

  • यहां किसान को अपना 12 अंकों का Aadhar Number दर्ज करना होगा.

  • इसके बाद Captcha Code दर्ज करके Search बटन पर क्लिक कर दें.

  • अगला पेज खुलते ही आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर दर्ज करवाएं.

  • Get OTP के विकल्प पर क्लिक करें और मोबाइल से OTP लेकर बेवसाइट पर दर्ज कर दें.

  • इस तरह चंद मिनटों में किसान की ई-केवाईसी हो जाएगी और खाते में बिना अटके स्कीम का पैसा आने लग जाएगा.


फर्जी किसानों पर सरकार की पैनी नजर
पीएम किसान योजना के नियमों में सख्ती का प्रमुक उद्देश्य है फर्जी लाभार्थियों की पहचान करना, जिसके लिए पीएमएफएस, यूआईडीएआई, आईटी और एनपीसीआई जैसी संस्थाएं बराबर नजर बनाए हुए हैं. किसानों की खेती योग्य जमीन के रिकॉर्ड्स  को आधार से चेक किया जा रहा है. इस बीच बैंक खाते का भी वेरिफिकेशन हो रहा है. ई-केवाईसी, आधार और लैंड सीडिंग जैसे वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद ही किसान के खाते में NPCI से डायरेक्ट पेमेंट की जा रही है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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