PM Kisan Samman Nidhi Yojana: भारत का कृषि क्षेत्र अब विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. खेती में चुनौतियां कम नहीं है, लेकिन अब नई तकनीक और आधुनिक खेती करके किसान अपनी फसलों से बंपर उत्पादन ले रहे हैं. इस बीच किसानों का एक तबका ऐसा भी है, जो आर्थिक तौर पर काफी कमजोर है. इन्हीं किसानों की आय बढ़ाने के साथ आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए कृषि योजनाएं चलाई जा रही है. खासतौर पर छोटे किसानों को हर साल प्रोत्साहन के तौर पर 6,000 रुपये सीधा बैंक खाते में भेजे जा रहे हैं. ये रकम दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तों में सीधा किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है, ताकि खेती से जुड़े या व्यक्तिगत खर्चों को निपटाया जा सके.


इस स्कीम के तहत लाभार्थी किसानों के खाते में 2,000 रुपये की 12 किस्तें ट्रांसफर की जा चुकी है. नए साल के अवसर पर 13वीं किस्त भी भेजी जा सकती है. इस बीच कई किसानों को पीएम किसान योजना से बाहर भी किया गया है. भूलवश ही सही, लेकिन कहीं आपका नाम भी इस स्कीम से बाहर ना हो जाए, इसलिए साल खत्म होने  से पहले ही एक सेफ्टी चेक कर लें.


बेनेफिशियरी स्टेटस चेक करें
पीएम किसान योजना का लाभ सिर्फ छोटे किसानों को ही मिलती है. वो किसान, जिनके पास 2 हेक्टेयर या उससे कम कृषि योग्य जमीन हो, लेकिन पिछले कुछ महीने से अपात्र किसान भी गलत तरीके से इस स्कीम का फायदा उठा रहे थे. इन किसानों की पहचान करके PM Kisan Yojana से इनके नाम हटाए जा रहे हैं.


कई किसानों को ब्लैक लिस्ट भी किया गया है. गलत तरीके से लिया गया पैसा वापस मंगवाया जा रहा है, जिसके लिए सरकार ने नोटिस भी जारी किए हैं. इस बीच किसानों के नाम हटने के बाद लाभार्थी सूची में भी अपडेट चल रहे हैं. आप भी अपना नाम समय-समय पर चेक करते रहें.


ऐसा ना हो कि पीएम किसान स्कीम की 12वीं किस्त आपकी आखिरी किस्त हो और 13वीं किस्त से पहले ही आपका नाम हटा दिया जाएगा. अपना नाम चेक करने के लिए pmkisan.gov.in पर जाएं. यहां अपना मोबाइल नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर अपनी लाभार्थी स्थिति की जांच कर सकते हैं.


डोक्यूमेंट दुरुस्त करें
पीएम किसान सम्मान निधि हो या कोई भी सरकारी योजना, किसानों को अपने दस्तावेजों को अपडेट करते रहना चाहिए. कई बार किसान अपना बैंक खाता नंबर, आधार संख्या, मोबाइल नंबर या पता बदल लेते हैं, लेकिन इसकी जानकारी सरकारी को नहीं होती, क्योंकि pmkisan.gov.in पोर्टल पर पुरानी डीटेल रहती हैं.


यही वजह है कि कई बार किसानों तक पैसा नहीं पहुंचता और यदि पैसा पहुंच भी जाता है तो किसान को इस बात की जानकारी नहीं मिल पाती. अपने ये डोक्यूमेंट्स अपडेट करवाने के लिए आप ई-मित्र सेंटर या सीएससी सेंटर पर भी संपर्क कर सकते हैं.


ध्यान रखें कि अब सरकार ने पीएम किसान योजना के लिए राशन कार्ड को भी अनिवार्य कर दिया है. सभी नए किसानों को योजना से जुड़ने के लिए राशन कार्ड दिखाना होगा. यदि आपके पास राशन कार्ड नहीं है तो पीएम किसान योजना की किस्तें पाने में परेशानी हो सकती है.


ई-केवाईसी करवाएं
ई-केवाईसी की फुलफॉर्म है 'Know Your Customer' यानी अपने ग्राहक को पहचानें. इस प्रोसेस को पूरा करने पर सरकार को किसानों की जानकारी मिल जाती है. इससे लाभार्थी सूची अपडेट करना आसान होता है.


पीएम किसान के लिए पात्र किसानों की पहचान के लिए ये प्रोसेस अपनाई जा रही है, ताकि उन्हें इस स्कीम से जोड़कर रखा जा सके और समय पर लाभ मिल सके. बता दें कि ई-केवाईसी वेरिफिकेशन करवाने से तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ लेना आसान हो जाता है.


इस प्रोसेस में आपको अपने बैंक अकाउंट से आधार कार्ड को लिंक करवाना होता है. आप चाहें को किसी भी सीएससी सेंटर जाकर ई-केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं. अब PM Kisan Yojana के तहत 13वीं किस्त उन्हीं किसानों को दी जाएगी, जो ई-केवाईसी वेरिफिकेशन (PM Kisan eKYC) करवा चुके हैं.


जमीन के कागजात चेक करवाएं
पीएम किसान योजना की पहली शर्त यही है कि किसान के पास 2 हेक्टेयर या उससे कम जमीन हो. अब कई किसान बड़ी जमीनों पर खेती कर रहे हैं. संपन्न होने के बावजूद पीएम किसान की किस्तों का लाभ ले रहे हैं, इसलिए सरकार ने भू-आलेखों के सत्यापन को अनिवार्य कर दिया है.


हर किसान को इस स्कीम से जुड़े रहने के लिए अपने जमीन के कागजात चेक करवाने होंगे, जिससे पता लगाया जा सके कि आप इस योजना के पात्र हैं भी या नहीं. यदि 13वीं किस्त से पहले लैंड रिकॉर्ड्स का वेरिफिकेशन (PM Kisan Land Records Verification) नहीं करवाएंगे तो हो सकता कि पात्रता के बावजूद लिस्ट में से आपका नाम हटा दिया जाए. इस काम के लिए नए साल से पहले 31 दिसंबर तक अपने नजदीकी जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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