PM Kisan Samman Nidhi Yojana: लघु और सीमांत किसानों के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में कई बड़े बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है. 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में भी सम्मान निधि की राशि बढ़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं. इससे पहले 29 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'मन की बात' कार्यक्रम प्रसारित होगा, जिससे किसान कौम के लिए कोई बड़ा संदेश हो सकता है. कुल मिलाकर किसानों को सरकार से उम्मीद तो बहुत हैं. पीएम किसान योजना की 13वीं किस्त आने से पहले सरकार का रुख साफ भी हो जाएगा.
इससे पहले लाभार्थी सूची में बड़ा बदलाव की खबरें आ रही हैं. बड़ी संख्या में किसानों ने ई-केवाईसी और भूआलेखों का सत्यापन नहीं करवाया है. राज्य सरकारों ने 13वीं किस्त से पहले दोनों वेरिफिकेशन प्रोसेस को पूरा करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. लगातार संकेत मिल रहे हैं कि सत्यापन की प्रक्रिया को पूरा ना कर पाने वाले किसानों का नाम लाभार्थी सूची से बाहर भी किया जा सकता है.
लाभार्थी सूची चेक करें
लगातरा किसानों के ई-केवाईसी और भूआलेखों के सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है. योग्य किसानों का स्टेटस अपडेट किया जा रहा है तो वहीं गैर-लाभार्थियों की पहचान होने पर उनके नाम लिस्ट से बाहर किए जा रहे हैं. यदि आपने भी हाल ही में वेरिफिकेशन करवाया है तो लाभार्थी सूची में अपना नाम चेक करना ना भूलें.
- सबसे पहले pmkisan.gov.in पर जाएं.
- होम पेज पर Farmers Corner के सेक्शन में जाएं.
- यहां Beneficiary Status के ऑप्शन पर क्लिक करें.
- अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर किसान अपना नाम चेक कर सकते हैं.
कहां संपर्क करें
कई बार ई-केवाईसी और लैंड रिकॉर्ड वेरिफिकेशन के बावजूद किसान का नाम लिस्ट में अपडेट नहीं होता. ऐसी तकनीकी खामियों को दूर करने के लिए हेल्प डेस्क से संपर्क कर सकते हैं. कृषि मंत्रालय ने किसानों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं.
किसान चाहें तो 1551261 या 1800115526 या 011-23381092 पर भी कॉल करके अपनी शंका का समाधान हासिल कर सकते हैं. किसान अपनी समस्या pmkisan-ict@gov.in पर लिखकर भी मेल कर सकते हैं.
क्या सच में 8,000 रुपये हो जाएगी किस्त
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाभार्थी किसानों के खाते में सालाना 6,000 रुपये की रकम आर्थिक संबल के तौर पर ट्रांसफर की जाती है. यह राशि दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तों में डाली जाती है.
अब 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट से पहले अटकलें लगाई जा रही हैं कि ये रकम 6,000 रुपये से बढ़कर 8,000 रुपये हो सकती हैं. ऐसा इसलिए भी संभव है क्योंकि जांच में कई लोग गलत तरीके से पीएम किसान की किस्तें उठा रहे थे, जिन्हें हटा दिया गया है. सत्यापन के दौरान किसानों की छंटनी जारी है और संख्या भी कम होती जा रही है तो अनुमान है कि योजना का कुछ बजट बढ़ाकर किसानों को मिल रहे आर्थिक संबल की रकम भी बढ़ा दी जाएगी. हालांकि, अभी कोई आधिकारिक अपडेट इसे लेकर नहीं आया है और यह सिर्फ अनुमान ही लगाया जा रहा है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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