PM Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त किसानों के खाते में पहुंच चुकी है. किसान 13वीं किस्त के इंतजार में है. काफी संख्या इसलिए भी परेशान हैं कि उनके खाते में 12वीं किस्त का पैसा नहीं पहुंचा है. इन किसानों को डर है कि कहीं 13वीं किस्त पाने से वंचित न रह जाए. केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि जिन किसानों का रिकॉर्ड अपडेट नहीं है. उन्हें किसी भी हाल में 13 वीं किस्त नहीं मिलेगी. परेशान किसान एग्रीकल्चर डिपार्टमेेंट और ऑनलाइन पंजीकरण के लिए केंद्रों पर चक्कर काट रहे हैं. 


इन 3 रिकॉर्ड का मिलान है जरूरी


किसान सम्मान निधि पाने के लिए किसानों के जमीनी दस्तावेज ऑनलाइन अपडेट होने जरूरी हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सम्मान निधि के लिए सरकार ने जो मानक तय किए हैं. उसके अनुसार, ई-केवाइसी, दूसरा आधार नंबर से बैंक खाता लिंक और तीसरा किसान की जमीन का लैंड रिकार्ड वेरिफिकेशन होना जरूरी है. तीनों डॉक्यूमेंट में अपडेशन एक जैसा होना चाहिए. मसलन आधार कार्ड में नाम अलग, दूसरे डॉक्यूमेंट में नाम अलग नहीं होना चाहिए. 


विदिशा में अटक सकती है 24 हजार किसानों की किस्त


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मध्यप्रदेश के विदिशा में सम्मान निधि के लिए 2 लाख 18 हजार 403 किसान पात्र हैं. इनमें से 194094 का ई-केवाइसी कंप्लीट हो चुका है. 24309 किसान ई-केवाईसी नहीं करा सके हैं. इन किसानों से ई-केवाईसी व अन्य अपडेशन के लिए कहा जा रहा है. लेकिन उनके स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है.


अपडेट करने के लिए 31 दिसंबर तक अल्टीमेटम


राज्य केे किसानों को टारगेट पूरा करने के लिए 31 दिसंबर तक का समय मिला है. इनसे सापफ कह दिया गया है कि जो किसान 31 दिसंबर तक अपडेट करा लें. उनकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी जाए. बता दें कि ई-केवाईसी व अन्य अपडेशन के कारण देश के 2 करोड़ से अधिक किसानों को किस्त नहीं मिली हैं. केंद्र सरकार ने 12 वीं किस्त जारी करने से पहले सफाई अभियान चलाया था. उसी के तहत काफी संख्या में अपात्र किसानों को बाहर कर दिया गया हैं. हालांकि काफी पात्र किसान अपडेशन के कारण किस्त नहीं ले पाए. पीएम किसान स्कीम के तहत 6000 रुपये सालाना दिए जाते हैं. 4 महीने में 2 हजार रुपये किसानों के खाते में पहुंचते हैं. 


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