PM Kisan Scheme: गलती से खाते में आ गए हैैं पैसे... तो फटाफट ऐसे कर दें रिफंड
पीएम किसान सम्मान निधि की 14 वीं किस्त किसानों के खाते में पहुंचनी है. वहीं जो किसान फर्जी या गलत तरीके से किस्त ले रहे हैं. ऐसे किसान किस्त को ऑनलाइन रिफंड कर सकते हैं.
PM Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 14 वीं किस्त को लेकर किसान परेशान हैं. उन्हंे इंतजार है कि जल्द से जल्द धनराशि किसानों के खाते में आ जाए. वहीं, किसान किस्त को लेकर ऑनलाइन अपडेट भी ले रहे हैं. देख रहे हैं कि कबतक किसानो ंको 14 वीं किस्त मिल पाएगी. हालांकि 14 वी ंकिस्त को लेकर अभी तक कोई अपडेट सामने नहीं आया है. मई के आखिर या जून में किस्त मिलने की संभावना जताई जा रही है. इस किस्त के देर से आने के पीछे वजह किसानों की लिस्ट का अपडेशन होना होता है. कई बार किसान गलती से या कुछ किसान जालसाजी कर किस्त ले सकते हैं तो ऐसे किसान गलती से आई किस्त को बेहद आसान प्रक्रिया से वापस भी कर सकते हैं.
किसान को मिलते हैं 6 हजार रुपये
केंद्र सरकार देश के किसानों के खाते में हर साल में 6 हजार रुपये भेजे जाते हैं. हर 4 महीने में 2000 रुपये किसानों के खाते में भेजे जाते हैं. लेकिन किस्त पाने से पहले किसानों के लिए शर्ते भी निर्धारित हैं. इनके पास खुद की जमीन, सरकारी नौकरी धारक न हो, पेंशन न लेता हो, लाभ के पद पर न हो. इसके अलावा अन्य शर्ते भी निर्धारित हैं. केंद्र सरकार ऑनलाइन ही किसानों के खाते में पैसे भेजती है.
रिफंड करने की भी है सुविधा
बहुत सारे किसान ऐसे भी रहे हैं, जिनके खाते में गलती से पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त पहुंच जाती है. वहीं, कुछ किसान जालसाजी कर किस्त पा लेते हैं. ऐसे किसान केंद्र सरकार की धनराशि रिफंड कर सकते हैं. रिफंड करने करने की सुविधा के बारे में भी जानना जरूरी है.
इस तरह रिफंड करें किस्त
किसानों को पीएम किसान की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा. वेबसाइट पर वोलंटरी सरेंडर पीएम किसान बेनिफिट टैब दिखेगा. इस पर क्लिक कर दीजिए. इसके बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें. यहीं पर कैप्चा कोड दर्ज करने के बाद ओटीपी का नंबर मोबाइल पर आ जाएगा. इसे मोबाइल या कंप्यूटर पर दिए ओटीपी का नंबर डाल दें. इसके बाद डिटेल विवरण खुल जाएगा और किस्तों का पूरा ब्यौरा आपके सामने होगा. इसमें किस्त को रिफंड या सरेंडर करने का ऑप्शन भी होगा. यहां इस प्रोसेस को पूरा किया जा सकता है. इसके बाद कोई नई किस्त नहीं मिलेगी.
ये भी पढ़ें: Vegetables Cultivation: सब्जी से ही चमक गई किसान की तकदीर, सालाना इतने लाख रुपये की हो रही कमाई