Red Kidney Beans: राजमा उत्तर भारतीयों के लिए, खासतौर से दिल्ली और पंजाब वालों के लिए उनका फेवरेट फूड है. दिल्ली और पंजाब में तो आपको हर तरफ राजमा चावल के ठेले और दुकान मिल जाएंगे. वहां लोग सुबह के नाश्ते में इसका लुत्फ उठाते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि हम कई वर्षों से इसे खाते आ रेह हैं और आज तक हमें कुछ नहीं हुआ तो आगे क्या होगा. लेकिन यहीं आप गलती कर रहे हैं. एक रिसर्च के मुताबिक लाल राजमा जिसे अंग्रेजी में रेड किडनी बिन्स कहते हैं उसमें एक प्रकार का जहर पाया गया है. चलिए आपको बताते हैं रिसर्च के बारे में और इसमें पाए जाने वाले जहर के बारे में.


क्या कहता है रिसर्च?


कनेडियन इंस्टिट्यूट ऑफ फूड सेफ्टी (Canadian Institute of Food Safety) में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, लाल राजमा यानी रेड किडनी बिन्स में फाइटोहेमग्लगुटिनिन (Phytohaemagglutinin) नाम का एक जहर पाया जाता है. फाइटोहेमग्लगुटिनिन की मात्रा अगर आपके शरीर में बढ़ जाए तो ये आपके आंत को डैमेज कर सकता है. यहां तक की इसकी वजह से आफ डायरिया के शिकार हो सकते हैं. वहीं यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (U.S. Food and Drug Administration) (FDA) की रिपोर्ट के मुताबिक अगर आप सूखे लाल राजमा को 10 मिनट से कम समय तक पकाते हैं तो इसके अंदर मौजूद जहर पांच गुना ज्यादा बढ़ जाता है.


लाल राजमा और सफेद राजमा में अंतर


एक तरफ जहां लाल राजमा को जहरीला बताया गया है, वहीं सफेद राजमा को लेकर ऐसा कुछ नहीं कहा  गया है. सफेद राजमा को चित्रा राजमा कहा जाता है. यह राजमा पूरी तरह से लाल नहीं होता, इसके ऊपर हल्की भूरी धारियां होती हैं. ये हिमालय की तलहटी में पैदा होता है. लाल राजमा के मुकाबले इनमें प्रोटीन ज्यादा होता है. इसे आप रातभर भिगो के रखें और 15 से 20 मिनट तक उबाल कर बनाएं तो यह और भी ज्यादा फायदेमंद हो जाती हैं. हालांकि, इन्हें कच्चा नहीं खाना चाहिए. कच्चा खाने से ये राजमा आपके पेट की हालत खराब कर सकता है. इसलिए कोई भी राजमा खाएं, उसे अच्छी तरह से पका कर खाएं.


ये भी पढ़ें: एक लाख रुपये किलो बिकती है ये सब्जी, भारत में सिर्फ कुछ अमीरों के घर होती है सप्लाई?