Potato Production In UP: किसान की कोशिश रहती है कि उसकी कमाई हर फसल से मिले. हर उपज से उसकी कमाई हो भी जाती है. आलू,सब्जी उत्पादन ऐसा होता है कि जहां किसान अच्छा कमा लेते हैं. आलू उत्पादन भी उन्हीं में से एक है. विशेष बात ये है कि आलू की ऐसी विशेष प्रजातियां विकसित की जा रही हैं. इससे किसान सीधे तौर पर लाभ ले सकता है. उत्तर प्रदेश सरकार ने आलू उत्पादन के मामले को लेकर बड़ी कार्रवाई की है.अब उत्तर प्रदेश सरकार आलू उत्पादन को लेकर बड़ी कार्रवाई कर रही है. अब आलू व अन्य फल सब्जियों को सड़क पर फेंकने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
किसानों ने सड़कों पर फेंका आलू
इस साल देश में आलू का बुरा हाल रहा है. देश के कई हिस्सों में आलू के दाम बहुत अधिक गिर गए. इसका असर ये दिखा कि किसानों ने सड़कों पर ही आलू को फेंकना शुरू कर दिया. किसानों को 1 रुपये से 2 रुपये प्रति किलो भाव तक आ गए.
ओमान भेजा 40 टन आलू
उत्तर प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए लगातार कदम उठा रही है. प्रदेश के किसानों का आलू सरकारी सहयोग की मदद से विदेश भेजा जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के उद्यान कृषि विपणन ने लुलु ग्रुप की सहायता से ओमान को 40 अनाज भेजा है. हालांकि प्रदेश सरकार का कहना है कि अन्य उत्पादों को बढ़ावा देने पर भी सरकार लगातार काम कर रही है. इससे किसानों की इनकम बढ़ेगी.
650 रुपये एमएसपी प्राइस
किसानों का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार आलू के मिनीमम प्राइस तय करने में जुटी हुई है. प्रदेश सरकार ने आलू का मिनीमम प्राइस रेट 650 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. हालांकि किसान उतनी कीमत पर बेच नहीं पा रहे हैं. मंडी में भाव 800 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. यहां पैसे कम करना वाकई परेशान करने वाला है.
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