Potato Production: हर व्यक्ति के घर में सब्जियां बनाई जाती हैं. शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो, जो सब्जियों से इत्तेफाक न रखता हो. कुछ सब्जियां तो इतनी कॉमन हैं, जिनका इस्तेमाल अधिकांश सब्जियों में होता है. मसलन, आलू उन्हीं सब्जियों में से एक है. भारत में आलू की कीमत 10 रुपये किलो, 20 रुपये किलोग्राम तक रहती है. कई बार भाव इतने गिर जाते हैं कि 10 रुपये का 5 किलोग्राम आलू बाजार में बिकने लगता है. आलू सड़ने की नौबत आ जाती है. लेकिन आज हम जो आपको बताने जा रहे हैं. उससे आलू की कीमत जानकर चौंक जाएंगे. एक देश में आलू भारतीय करेंसी के हिसाब से हजारों रुपये प्रति किलो बिक रहा है. हैरानी यह है कि लोग भी आलू को खरीद रहे हैं.
फ्रांस के द्वीप पर होती है खेती
बहुत बहुत महंगी सब्जियां आपने सुनी होंगी. लेकिन आलू को आमतौर पर लोग सस्ती सब्जी के तौर पर ही जानते हैं. लेकिन फ्रांस के द्वीप Ile de Noirmoutier पर Le Bonnotte नामक आलू की खेती हो रही है. बताया जाता है कि इसकी खेती केवल 50 वर्गमीटर की जमीन पर ही होती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसकी कीमत करीब 50 हजार रुपये रहती है. हालांकि यह कीमत थोड़ी बहुत उपर नीचे होती रहती है.
विश्व की 5 महंगी सब्जियों में शामिल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आलू की इस प्रजाति की कीमत विश्व में चर्चा में रहती है. यह आलू 500 यूरो से अधिक की कीमत पर बाजार में बिक रहा है. वैश्विक मीडिया कंपनी कोंडे नास्ट टैवल के मुताबिक, यह दुनिया की 5 महंगी सब्जियों में शामिल है. भारतीय सब्जियों व कर्मिशयल प्रॉडक्ट बेचने वाली ई-कामर्स वेबसाइट पर भी यह आलू 50 हजार से अधिक कीमत पर बिक रहा है.
दुलर्भ प्रजातियों में शामिल है ये आलू
दुर्लभ प्रजाति उन्हें माना जाता है. जिनकी संख्या ही गिनी चुनी होती है. इस आलू को भी विश्व की दुर्लभ प्रजातियों में रखा गया है. इसकी खेती करते समय किसान बेहद सावधानी बरतते हैं. ला बोनेटे आलू की बुवाई करते समय आलू को बेहद हलके हाथों से पकड़ा जाता है. 3 महीने में यह आलू पककर तैयार हो जाता है. फरवरी में इसकी बुवाई और मई में इसकी खुदाई कर दी जाती है. खुदाई करते समय भी इसे सावधानी से निकालना पड़ता है, ताकि आलू को नुकसान न हो.
सेहत के लिए है फायदेमंद
आलू सेहत के लिए फायदेमंद है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस आलू का टेस्ट नमकीन है. यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इम्यून सिस्टम मजबूत करने का काम करता है. इससे कई बीमारियां पास नहीं आती हैं. इसका इस्तेमाल प्यूरी, सलाद, सूप और क्रीम बनाने में किया जाता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.