Potato Cultivation In India: सब्जियों में आलू प्रमुख फसल हैं. अधिकांश सब्जी बनाने में आलू का प्रयोग आमतौर पर देखने को मिलता है. भारत में उत्तर प्रदेश आलू का बड़ा उत्पादक स्टेट हैं. यहां का आलू के देश के कई राज्यों मेें भेजा जाता है. लोग बड़े चाव से यूपी के आलू को खाना पसंद करते हैं. लेकिन यूपी के आलू की तूती देश ही नहीं दुनिया के कई देशों में भी बोल रही हैैं. आलू बड़े पैमाने पर अन्य देशों को एक्सपोर्ट किया जाता है. आलू की बुआई चल रही है. एक बार फिर से उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट ने विदेशियों को अपने यहां की आलू के स्वाद चखाने की तैयारी शुरू कर दी है. 


Nepal, Arab Countries खाएंगे यूपी का आलू


उत्तर प्रदेश में आलू की रिकॉर्ड पैदावार होती है. इस साल भी प्रदेश सरकार बंपर पैदावार होने की उम्मीद जता रही है. प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने बताया कि यूपी के आलू को नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात समेत अन्य अरब देशों को एक्सपोर्ट किया जाएगा. इससे किसानों की इनकम बेहतर हो सकेगी. वहीं, देश में विदेशी मुद्रा का आवागमन अधिक हो सकेगा. यूपी के कृषि मंत्री सूर्य कुमार शाही ने अच्छी पैदावार होने के अनुुमानों पर खुशी जाहिर की है. 


6.27 लाख हेक्टेयर मेें होनी है आलू की बुआई


प्रदेश सरकार के आंकड़ोें के अनुसार, स्टेट में आलू बुआई का लक्ष्य 80 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है. यहंा 6.27 लाख हेक्टेयर में आलू बुआई का रकबा तय रखा था. 80 प्रतिशत  बुआई होने पर स्टेट गवर्नमेंट ने संतुष्टि जाहिर की है. वहीं, प्रदेश सरकार के आंकड़े के सापेक्ष बुआई होने पर 17.66 करोड़ मीट्रिक टन आलू का उत्पादन होगा. कृषि मंत्री का कहना है कि राज्य के किसान खेतों में बुआई कर जल्द ही टारगेट पूरा कर लेंगे. आगरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, बरेली, बदायूं. खीरी मंडल में आलू की बुआई लगभग पूरी हो गई है. 


95 लाख टन होती है घरेलू खपत


प्रदेश सरकार के आंकड़ों के अनुसार, घरेलू खपत और एक्सपोर्ट के आंकड़ों में आलू उत्पादन को संतुलित किया जा रहा है. आंकड़े के अनुसार, आलू की घरेलू खपत करीब 90 से 95 लाख टन है. 20 लाख टन आलू बीज के लिए रख लिया जाता है. शेष 40 लाख टन को हैदराबाद, मुंबई, गुवाहाटी, पश्चिमबंगाल, राजस्थान समेत अन्य राज्यों में भेज दिया जाता है. पिछले साल करीब 90 क्विंटल आलू नेपाल भेजा गया था. इसकी कीमत करीब 97 करोड़ रुपये रही. नेपाल में उत्तर प्रदेश के आलू को काफी पसंद किया गया. अब वहां से फिर डिमांड आ रही हैं. पैदा होने के बाद आलू एक्सपोर्ट कर दिया जाएगा. इसके अलावा यूएई व अन्य देशों को भी आलू भेजा जाएगा. 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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