Kadaknath Murga Benefit: संडे हो या मंडे, रोज खाओ अंडे. ये सरकारी स्लोगन रहा है. देश में कुपोषण से लड़ने के लिए केंद्र सरकार ने इसी स्लोगन को हथियार बनाया. अपने यहां अंडे का बड़ा बाजार है. इसी कारण मुर्गी पालन का क्रेज बढ़ा है. मुर्गे का मीट महंगे दामों पर बिकता है. मुर्गों में भी कई प्रजातियां ऐसी हैं, जिनका पालन लोग बड़े शौक से करते हैं. कड़कनाथ मुर्गे की ऐसी ही प्रजाति में से एक है. कड़कनाथ मुर्गे का अंडा और मीट खाने के लोग शौकीन होते हैं. इसकी भारी मांग को देखते हुए भी यह साफ तौर पर देखा जा रहा है.
10 हजार ऑर्डर पेंडिंग में हुए
पोल्ट्री फार्मिंग देश के कारोबार का बड़ा हिस्सा है. अच्छी कमाई के कारण यह तेजी से उभर रहा है. मुर्गा पालन वैसे तो पूरे देश में होता है. लेकिन अपनी खूबियों के लिए प्रसिद्ध कड़कनाथ मुर्गा देश के कुछ हिस्सों में अधिक पाया जाता है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर, झाबुआ और अलीराज में यह अधिक है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ग्वालियर में कड़कनाथ मुर्गे की इतनी मांग बढ़ी है कि यहां 10 हजार आर्डर तक पेंडिंग हो गए हैं.
MP के कृषि विश्वविद्यालय हो रहा मुर्गा उत्पादन
मध्य प्रदेश स्थित ग्वालियर के कृषि विश्वविद्यालय में कड़कनाथ मुर्गे के उत्पादन के लिए अलग से फार्म बना है. यहां कड़कनाथ मुर्गां के अंडे से चूजे बनने की प्रक्रिया पूरी होती है. फिलहाल फार्म की क्षमता करीब 2 हजार है. कुछ समय पहले तक देश में खपत हो रही थी. लेकिन पिछले कुछ दिनों में कड़कनाथ मुर्गे की मांग की तेजी से बढ़ी है. यहां करीब 10 हजार ऑर्डर पेंडिंग में हैं.
एमएस धोनी को भी पसंद है कड़कनाथ
कुछ समय पहले भी कड़कनाथ मुर्गा चर्चा में आ गया था. इसके पीछे वजह थे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महेंद्र सिंह धोनी ने अपने फार्म में कड़कनाथ मुर्गा पालन के लिए मध्यप्रदेश से 2 हजार से अधिक चूजों का ऑर्डर दिया था.
इसलिए खास है कड़कनाथ
कड़कनाथ सामान्य मर्गां से कहीं अलग होता है. काले रंग का दिखने के कारण इसे कालीमासी कहा जाता है. कड़कनाथ मुर्गे का मीट और अंडे अन्य मुर्गां की तुलना में अधिक पोषक और टेस्टी होते हैं. कड़कनाथ में फैट करीब एक प्रतिशत होता है, जबकि प्रोटीन 25 प्रतिशत तक पाया जाता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.