PM Fasal Bima Yojana: खरीफ सीजन देश के किसानों के लिए अच्छा नहीं रहा. इस साल बाढ़, बारिश और सूखे ने किसानों की फसल को खासा नुकसान पहुंचाया. किसानों की करोड़ों रुपये की फसल बर्बाद हो गई. उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, झारखंड, बिहार समेत अन्य राज्यों में किसान फसल नुकसान से कराहते रहे. आपदा से जब भी फसलें बर्बाद होती हैं. किसान मदद के लिए केंद्र सरकार की ओर देखता है. केंद्र सरकार भी मदद करती हैं. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना है. इस स्कीम से हर साल देश मेें लाखों किसान मदद लेते हैं.  


ऐसे करा लें फसल बीमा


पीएम फसल बीमा योजना के तहत ऋण लेना मुश्किल नहीं है. जिन किसानों ने क्रेडिट कार्ड ले रखा है. वह बेहद आसानी से फसल बीमा योेजना का लाभ ले सकते हैं. बैंक में एक फार्म भरकर देने से उनका खाता लिंक हो जाता है. जबकि अन्य किसान को नए सिरे से डिटेल भरनी होती हैं. 


ऐसे करना होता है खराब फसल का क्लेम


प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ पाने के लिए किसान को नुकसान का क्लेम करना पड़ता है. नेचुरल आपदा से फसल नुकसान होने पर और दूसरा फसल कम होने पर किसान बीमा का क्लेम कर सकता है. क्लेम होने पर जिला प्रशासन के निर्देश पर संबंधित कंपनी के अधिकारी सर्वे करने के लिए आते हैं. सर्वे में देखा जाता है कि किसानों को कितना फसल नुकसान हुआ है. उसकी रिपोर्ट सीनियर अधिकारियों को भेजी जाती है. सर्वे में फसल क्षति की पुष्टि होने पर किसान के खाते में धनराशि भेज दी जाती है. 


72 घंटे पहले देनी होती है जानकारी


प्राकृतिक आपदा से फसल को नुकसान होने पर किसान की जिम्मेदारी है कि 72 घंटे के अंदर कृषि विभाग को फसल खराब होने की जानकारी दे दें. इसमें एक लिखित शिकायत जिला प्रशासन और एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट मेें देनी होती है. उसपर फसल नुकसान का पूरा ब्यौरा लिखा होता है. शिकायत मिलते ही जिला प्रशासन और एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट एक्शन मोड मेें आ जाता है. इसकी तुरंत सूचना बीमा कंपनी को दी जाती है. उसी के बाद बीमा दिलाने की कवायद शुरू होती है. 


इतना मिलता है बीमा क्लेम


प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसलों के लिए अलग अलग धनराशि तय की गई है. कपास की फसल के लिए अधिकतम प्रति एकड़ 36,282 रुपये, धान के लिए फसल 37,484 रुपये, बाजरा की फसल 17,639 रुपये, मक्का की फसल 18,742 रुपये और मूंग की फसल के लिए 16,497 रुपये की धनराशि दी जाती है. 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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