PM Kisan Scheme: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त किसानों के खाते में पहुंच चुकी है. किसान 13वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं. किस्त पाने में किसी तरह की दिक्कत न आए. इसके लिए किसान नजदीकी केंद्र और ऑनलाइन ही डिटेल खंगाल रहे हैं. बैंक और एग्रीकल्चर जाकर भी जानकारी ले रहे हैं. आइए हम आपको बताते हैं कि किस्त कब आने वाली है और किन गलतियों को सुधारकर 13वीं किस्त आसानी से पाई जा सकती है.
कब आएगी 13वीं किस्त
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर के आखिरी सप्ताह या नए साल में जनवरी में किस्त किसानों के खाते में पहुंच सकती है. इसके लिए तारीख अभी तय नहीं की गई है. जल्द ही केंद्र सरकार की ओर से घोषणा कर दी जाएगी. केंद्र सरकार के अधिकारी भी पात्र किसानों का ब्यौरा एकत्र करने में जुटे हुए हैं. केंद्र सरकार के अधिकारियों का कहना है कि 13 वीं किस्त खातोें में कब पहुंचेगी. इसकी घोषणा जल्द ही कर ली जाएगी.
ये काम जरूर करिए, नहीं रुकेगी किस्त
बिना ई केवाईसी किए 13वीं किस्त किसानों को किसी भी हाल में नहीं मिलेगी. एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट जाकर या ऑनलाइन ही ईकेवाईसी करा सकते हैं. आधार कार्ड और बैंक की डिटेल सही से भरें. राशन कार्ड की एक कॉपी भी जमा करनी होगी. किसान नाम, पता और बाकि डिटेल भरने में छोटी मोटी गलती बिल्कुल न करें. इससे किस्त अटक सकती है. अपात्र होने की कैटेगरी हैं. मसलन, इनकम टैक्स कटौती वाले, सरकारी कर्मचारी, 10 हजार से अधिक मासिक पेंशन पाने वाले, सांसद, विधायक, डॉक्टर, वकील, सीए जैसे प्रोपफेशनल से जुड़े लोग, संवैधानिक पदों पर तैनात कर्मी आदि पात्र नहीं होंगे.
16 वीं किस्त साढ़े 4 करोड़ किसानों को नहीं मिली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 अक्टूबर को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12 वीं किस्त जारी कर दी थी. 8 करोड़ किसानों के खाते में 16 हजार करोड़ जारी किए गए थे. योजना के तहत प्रत्येक किसान के खाते में सालाना 6 हजार रुपये जा रहे हैं. तीन महीने में 2000 रुपये किसानों के खाते में पहुंचते हैं. काफी संख्या में ऐसे भी किसान रहे. जिन्होंने गलत तरीके से योजना का लाभ ले लिया. अब ऐसे किसानों से ही धनराशि की रिकवरी की जा रही है. उत्तर प्रदेश में करीब 7 लाख किसानों से 26 करोड़ रुपये की रिकवरी की जा रही है. अन्य किसानों की पहचान कर उनसे भी वसूली की कार्रवाई जारी है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: सस्ती दरों पर ना बेचें प्याज, यहां भंडारण के लिए 1,75,000 दे रही सरकार, इस तरह मिलेगा लाभ