Cactus- The Green Gold of Desert: रेगिस्तान (Desert) की विपरीत स्थितियों में उगने वाला कैक्टस को 'हरा सोना'(Green Gold) कहा जाता है. खेती के नजरिये से कैक्टस (Cactus Farming)  के फायदे दुनिया की नजर से काफी दूर हैं. वहीं दूसरी तरफ मैक्सिको (Mexico) जैसे देश इसकी कीमत समझकर कैक्टस की व्यावसायिक खेती (Commercial Farming of Cactus) कर रहे हैं. जानकारी के लिये बता दें कि कैक्टस का इस्तेमाल पशु चारे, चमड़ा बनाने, दवाईयां बनाने, औषधी के साथ-साथ हेल्दी रेसीपी और ईंधन बनाने में भी किया जाता है.


कैक्टस पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल है. ये प्रदूषित वातावरण से कार्बन मोनो ऑक्साइड (Carbon Monoxide)को अवशोषित करके जलवायु परिवर्तन संबंधी जोखिमों को कम करता है, साथ ही भीषण सूखे में कैक्टस की खेती (Cactus Cultivation) से पशु चारे की कमी को दूर कर सकते हैं.




कैक्टस की व्यावसायिक खेती (Commercial Farming of Cactus)
दुनियाभर में कैक्टस की कई प्रजातियां पाई जाती है, लेकिन व्यावसायिक खेती के नजरिये से अपुंशिया फिकस-इंडिका (Apuntia Ficus-Indica) जिसे कैक्टस पीयर (Cactus Pear)और इंडियन फिग (Indian Fig) यानी नागफनी काफी मशहूर है. 



  • कैक्टस की ये किस्में कांटे से मुक्त होती हैं और इनकी खेती में बिलकुल न के बराबर पानी लगता है. 

  • यही कारण है कि पानी की बचत करने के बावजूद कैक्टस पशु के चारे और जैव ऊर्जा या जैव ईंधन का प्रमुख स्रोत है. 

  • कम पानी में उगने के बावजूद कैक्टस पानी का बेहतरीन स्रोत है, जिसका सेवन करके पशुओं का गर्मियों में डीहाइड्रेशन और पानी की कमी से बचा सकते हैं.

  • किसान चाहें तो खेतों की बाड़बंदी (cactus Fencing)  के रूप में खेत की मेड़ों पर कैक्टस की सह- फसल खेती (Co-cropping of Cactus) कर सकते हैं, जिससे आवारा पशुओं को भी खेतों में घुंसने से रोका जा सकते हैं.

  • बता दें कि कैक्टस की ये किस्में कटाई के बाद दोबारा पनप जाती है, जिनका इस्तेमाल जूस, मुरब्बा, कैंडी, लाल रंग की डाई के अलावा तेल, शैंपू, साबुन और लोशन जैसे सौंदर्य प्रसाधन में किया जा सकता है.




विदेशों ने समझी कैक्टस की अहमियत (Worldwide Value of Cactus) 
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक कैक्टस को भविष्य की खेती (Farming of Future) कहना गलत नहीं होगा, क्योंकि लोग इस कांटेदार पौधे को बेमतलब ही समझते थे, लेकिन दुनिया में बड़े-बड़े देशों ने कैक्टस की व्यावसायिक खेती के जरिये नया मुकाम हासिल कर लिया है.



  • बता दें कि मैक्सिकों (Mexico) में कैक्टस का इस्तेमाल जैव ईंधन के रूप में किया जाता है. कई बड़ी कंपनियां की खेती और प्रोसेसिंग के जरिये अरबों-खरबों कमा रही हैं.

  • वहीं वियतनाम (Vietnam)को कैक्टस के तेल (Cactus Oil)का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश माना जाता है.

  • यूरोप (Europe) में भी कैक्टस का तेल की काफी मांग रहती है, जो 800 यूरो (लगभग 64,735 रुपये)प्रति लीटर के भाव पर बिकता है.

  • यहां तक कि चीन (China) में कैक्टस की काफी डिमांड रहती है. यहां प्राकृतिक रंगों (Natural Cactus Colours) के उद्देश्य से कैक्टस की खेती की जाती है.

  • भारत में भी कैक्टस की खेती फल, औषधी और पशु चारे के उद्देश्य से की जा रही है.




जानवरों की जान बचायेगा कैक्टस का चमड़ा (Eco-Friendly Cactus Leather)
कैक्टस के हर्बल (Herbal Farming of Cactus) और व्यावसायिक फायदे दुनिया तक पहुंचे ही थे कि मैक्सिको के दो उद्यमियों ने बाजार में कैक्टस का चमड़ा (Cactus Leather) बनाकर नई मिसाल पेश कर दी. इस कदम से ना सिर्फ करोडों जानवरों को बलि चढ़ने से बचा सकते हैं बल्कि इस चमड़े से पार्यावरण को प्रदूषित होने से भी रोक सकते हैं. एक रिसर्च के मुताबकि, कैक्टस से तैयार चमड़ा पूरी तरह एनवायमेंट फ्रेंडली (Environment Friendly Cactus) और बायोडिग्रेड़ेबल (Bio-Degradable Cactus)  होता है, जिससे बनने उत्पादों का इस्तेमाल अगले 10 सालों तक कर सकते हैं. ये चमड़ा कंफर्टेबल तो होता ही है, साथ ही अंतर्राष्ट्रीय फैशन इंडस्ट्री में कैक्टस लेदर (Demand of Cactus in International Fashion Industry) ऑरिजनल चमड़े से ज्यादा डिमांड में है. यही कारण है कि भारत के रेगिस्तान में कैक्टस की खेती (Cactus Cultivation in Indian Desest ) को बढ़ावा देकर नये कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं.




Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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