Successful Women Farmer: खेती में महिलाओं की भागीदारी बढ़ती जा रही है. वैसे तो महिलाएं पहले से ही खेती-किसानी के काम में परिवार का हाथ बटाती थीं, लेकिन आज पूरी जिम्मेदारी के साथ वे खेती की दशा और दिशा बदल रही हैं. ऐसी ही महिला किसानों में हरियाणा के पंचकूला की किसान मैना चौधरी का नाम भी शामिल है. मैना चौधरी आज सीजनल और ऑफ सीजनल सब्जियों की खेती कर रही हैं. इस काम में मैना चौधरी को बागवानी विभाग का भी पूरा सहयोग मिला है.
खेती के शौक से कमा रहीं अच्छा मुनाफा
आज मैना चौधरी उन महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन रही हैं, जो बागवानी में अपने दम पर कुछ करना चाहती है. मैना चौधरी को शुरुआत से ही फार्मिंग का शौक था. इसी शौक को 25 साल पहले अपने काम में बदल दिया.मैना चौधरी कहती हैं कि हम खेती के क्षेत्र में काफी कुछ नया कर सकते हैं. अपने नवाचारों को लेकर किसान भाई-बहनों को आगे आना चाहिए. सही तरीका पता हो तो किसान बहनें भी हर तरह की फसल से बेहतर उत्पादन ले सकती हैं.
पॉलीहाउस में उगाती हैं सब्जियां
ये जरूरी नहीं कि नकदी फसलों से ही अच्छा मुनाफा हो. आज के समय में किसान लौकी, तोरई, खीरा, करेला, टमाटर जैसी सब्जी फसलों की आधुनिक खेती से बढ़िया उत्पादन ले रहे हैं. मैना चौधरी भी हर तरह की मौसम-बेमौसमी सब्जियां उगाती हैं. इनका फोकस सालभर खाई जाने वाली सब्जियों के उत्पादन पर है. बागवानी फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए मैना चौधरी ने पॉलीहाउस भी लगाया है. अब सब्जियों के बेचने के लिए बार-बार मार्केट नहीं जाना पड़ता, बल्कि ये थोक में ही बिक जाती है.
बागवानी विभाग ने मिला सहयोग
मैना चौधरी बताती हैं कि उन्हें बागवानी विभाग से काफी सहयोग मिल रहा है. बागवानी विभाग की टीम कई बार उनके खेत पर विजिट करने आती है और उन्हें समय-समय पर नई योजनाओं की जानकारी भी देते हैं. इन योजनाओं में आवेदन करके मैना चौधरी को काफी फायदा भी हुआ है. इससे बागवानी की लागत को कम करने में मदद मिलती है. मैना चौधरी ने अपने फार्म पर सब्जियों के साथ नींबू और अनार के पेड़ भी लगाएं. वो कहती हैं कि सही फसल को चुनकर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
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