Agri Machinery Subsidy: 50% सब्सिडी...आधे दाम पर मिल रही है ट्रैक्टर के साथ चलने वाली ये शानदान मशीन, तुरंत कर दें आवदेन
Subsidy on Rotavator: गेहूं, मक्का और गन्ना की कटाई के बाद खेत को अगली फसल के लिए तैयार करने में काफी वक्त कर जाता है, लेकिन अब आधे दामों पर ये कृषि मशीनरी खरीदकर एक ही दिन में खेत तैयार कर सकते हैं
Agri Machinery: आज के आधुनिक दौर में मशीनें और तकनीकें लगभग हर सेक्टर का काम आसान और सुविधाजनक बना रही हैं. एग्रीकल्चर सेक्टर के लिए कई स्पेशलाइज्ड मशीनें बाजार में उतारी गई हैं, जिनसे लगभग हर कृषि कार्य को चंद घंटों में पूरा कर सकते हैं. रोटावेटर का नाम भी इन मशीनों की लिस्ट में शामिल है, जिनसे बड़े लेवल की खेती किसानी को काफी सुविधाजनक बना दिया है. अच्छी बात यह है कि लाखों की कीमत वाली यये मशीन अब आधे दामों पर किसानों को उपलब्ध करवाई जा रही है. हाल ही में राजस्थान सरकार ने कृषि कार्यों में इस्तेमाल होने वाले मशीनरी पर सब्सिडी की घोषणा की है. इस बीच ट्रेक्टर चलित रोटावेटर पर 50% सब्सिडी यानी 50,400 रुपये का अनुदान दिया जाता है.
रोटावेटर पर 50% सब्सिडी
राजस्थान के किसानों को रोटावेटर की खरीद पर अलग-अलग श्रेणी के किसानों को 40 से 50 फीसदी अनुदान दिया जा रहा है. इस स्कीम के नियमों के मुताबिक, एससी-एसटी, लघु, सीमांत और महिला किसानों के रोटावेटर की खरीद में 50% सब्सिडी यानी 42000 रुपए से 50,400 रुपये तक की छूट दी जाएगी. वहीं सामान्य वर्ग के किसानों के 40 फीसदी छूट के साथ 34000 रुपए से 40,300 रुपये अनुदान का प्रावधान है.
कहां करें आवेदन
राजस्थान सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए राज किसान साथी पोर्टल डिजाइन किया है. इस पोर्टल की मदद से कृषि क्षेत्र के विकास और किसानों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
चाहें तो तमाम सरकारी योजनाओं के लिए किसान डायरेक्ट आवेदन भी कर सकते हैं. यदि आप भी राजस्थान के किसान हैं और रोटावेटर की खरीद पर सब्सिडी का लाभ लेना चाहते हैं तो राजकिसान साथी पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं.
अधिक जानकारी के लिए किसान अपने ग्राम पंचायत स्तर पर कृषि पर्यवेक्षक, पंचायत समिति स्तर पर सहायक कृषि अधिकारी, उप जिला स्तर पर सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) या उद्यान कृषि अधिकारी से भी मिल सकते हैं.
किस काम आती है रोटावेटर मशीन
राजस्थान सरकार ने 20 बीएचपी से अधिक 35 बीएचपी क्षमता तक के ट्रेक्टर चलित रोटावेटर की खरीद पर अनुदान की सिफारिश की है. जानकारी के लिए बता दें कि गेहूं, धान, मक्का और गन्ना की कटाई के बाद खेत में बची ठूंठ को मिट्टी में मिलाने के लिए रोटावेटर मशीन का इस्तेमाल किया जाता है. ये रोटावेटर मशीन हर तरह की मिट्टी और क्षेत्र के लिए उपयोगी है. ये एक ही दिन में खेत को बुवाई के लिए तैयार करता ही है, मिट्टी में नमी की मात्रा को भी कायल रखता है.
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