Mukhyamantri Dugdh Sambal Yojana: राजस्थान में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुपालकों को प्रोत्साहन के तौर पर प्रति लीटर दूध बेचने पर 5 रुपये का अनुदान दिया जाता है. यह मुख्यमंत्री दूध उत्पादक संबल योजना है, जिसके तहत पहले 2 रुपये प्रति लीटर का अनुदान दिया जाता था, लेकिन राज्य सरकार ने अनुदान की रकम में 3 रुपये का इजाफा करके 5 रुपये प्रति लीटर कर दिया है. राजस्थान सरकार के आंकड़ों की मानें तो 1 फरवरी 2019 से संचालित इस योजना के तहत अभी तक 764.23 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जा चुका है. 


2 रुपये से 5 रुपये बढ़ा दी गई अनुदान की रकम
वैसे तो मुख्यमंत्री दूध उत्पादक संबल योजना की शुरुआत साल 2013 में की गई थी, लेकिन किन्हीं कारणों से बीच में इसे बंद कर दिया गया. 1 फरवरी 2019 में एक बार फिर इस योजना को गति मिली और पशुपालकों को 2 रुपये प्रति लीटर दूध पर अनुदान दिया जा रहा है.


1 अप्रैल 2022 में अनुदान की रकम को 3 रुपये को बढ़ाकर 5 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया. साल 2022 में ही राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री दूध उत्पादक संबल स्कीम के तहत 550 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया है. आज राज्य के वलगभग 9  लाख पशुपालकों के लिए यह योजना वरदान साबित हो रही  हैं.






सिर्फ इन पशुपालकों को मिलेगा लाभ
यदि आप भी राजस्थान के पशुपालक हैं और राज्य के सहकारी दुग्ध उत्पादक संघों को दूध आपूर्ति करते हैं तो दूध उत्पादक संबल योजना के तहत दूध बेचने पर प्रति लीटर 5 रुपये अनुदान हासिल कर सकते हैं, हालांकि राज्य में कई निजी कंपनियां भी दूध संकलन का काम कर रही हैं, जिनको लाखों किसान-पशुपालक दूध बेचते हैं, लेकिन इन किसानों को मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना का लाभ नहीं दिया जाता, हालांकि काफी समय से निजी कंपनियों को दूध बेचने वाले पशुपालक भी अनुदान की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन यह योजना राज्य के सहकारी संघों को दूध बेचने वाले पशुपालकों को ही लाभान्वित करती है.


कैसे मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री दूध उत्पादक संबल योजना के तहत सहकारी दूध उत्पादक संघों को दूध बेचने वाले पशुपालकों के बैंक खाते में अनुदान की रकम डीबीटी के माध्यम से भेज दी जाती है. सिर्फ राजस्थान के किसान-पशुपालक ही इस स्कीम का लाभ उठा सकते हैं.


बशर्ते पशुपलाकों के पास आवश्यक दस्तावेज होने चाहिए, ताकि उनकी पहचान की सके. इनमें स्थाई निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, संबंधित पशु का ब्यौरा, बैंक अकाउंट डीटेल और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर भी शामिल है.


दूध उत्पादक संबल योजना का लाभ उठाने के लिए सरकार की ओर से जारी किए डेयरी बूथ पर संपर्क कर  सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के पशुपालन विभाग के कार्यालय में भी संपर्क कर सकते हैं.


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