Canal Cut In UP: बाढ़, बारिश और अन्य आपदाओं में आपने फसलों के डूबने के किस्से सुने होंगे, लेकिन ऐसा किस्सा आपने नहीं सुना होगा कि 5000 बीघा फसल डुबोने का कारण चूहा बन जाए. उत्तर प्रदेश में ऐसा ही मामला देखने को मिला है. यहां चूहों ने नहर के बड़े हिस्से की कुतर दिया. इससे नहर का पानी खेतों में भर गया.  सैकड़ों बीघा फसलों का नुकसान भी किसानों को हुआ है.


Etah के राजारामपुर में चूहों ने काटी नहर
उत्तर प्रदेश में Etah एक जिला है. यहां एक जगह राजारामपुर. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां 3 अक्टूबर की रात को नहर से पानी कटना शुरू हो गया. रात ही रात में पानी गांव विजयपुर, बिल्सड़ पुवायां, लालपुर, गढ़िया जगन्नाथ, गांव वीरनगर में पानी भर गया. गांव वासियों ने बताया कि इस कटान से करीब 5000 बीघा खेतों में पानी भर गया. पानी भरने से सैकड़ों बीघा फसलें बर्बाद हो गई है. 5 अक्तूबर को इरिगेशन डिपार्टमेंट के अफसरों को जानकारी मिली. उन्होंने तुरंत ही मौके पर पहुंचकर कटान बंद कराया. इससे पानी गांवों में आना तो बंद हो गया, लेकिन पहले से भरे पानी से फसलों को नुकसान होता रहा.


जांच में चूहे मिले जिम्मेदार
गांव के लोगों ने अफसरों से जांच कराकर फसलों के नुकसान के मुआवजे की मांग की. ग्रामीणों की मांग पर इरिगेशन डिपार्टमेंट के अफ़सरों ने जांच शुरू कर दी. जांच में सामने आया कि नहर के एक बड़े हिस्से को चूहे ने कुतर दिया. इससे खेतों में पानी भर गया. हालांकि इरिगेशन अफसरों की यह इन्वेस्टिगेशन सीनियर अफसरों को हजम नहीं हो रही है. अब डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेटिव स्तर से जांच शुरू करा दी गई है. इसकी टेक्निकल जांच की जाएगी कि चूहे नहर के इतने बड़े हिस्से को कैसे कुतर सकते हैं. 


बारिश से फसल हो रही बर्बाद
पिछले 4 दिन में हुई बारिश में उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में फसलों को बहुत नुकसान पहुंचाया है. किसानों की करोड़ों रुपए की लागत फसलों में बर्बाद हो गई है. किसान परेशान है. उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट से मुआवजे की मांग की जा रही है. उधर मध्य प्रदेश उत्तराखंड, राजस्थान समेत अन्य स्टेट में भी बारिश की वजह से फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है. यहां भी किसान मुआवजे की मांग कर रहे है. इससे पहले सूखा और बाढ़ ने भी फसलों को बहुत नुकसान पहुंचाया था.


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