Soyabean Prices In Maharashtra: वर्ष 2022 किसानों की लिए बहुत अच्छा नहीं रहा. बाढ़, बारिश और सूखे ने किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया. इसके अलावा कीट, रोग भी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं. महाराष्ट्र राज्य में किसानों को पपीता, संतरा और मिर्च को नुकसान पहुंचा था. अब सोयाबीन के दामों को लेकर भी ऐसा ही संकट सामने आया है. किसान को अपनी फसल बेचने पर लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है. 


किसानों को सोयाबीन की लागत में ही 2000 का नुकसान
महाराष्ट्र के स्थानीय किसानों का कहना है कि बाजार में सोयाबीन 3 से 4 हजार रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है. जबकि इसकी लागत देखें तो वह 6 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक हो गई है. किसानों का कहना है कि इस तरह देखें तो सीधे सीधे 2 हजार रुपये का प्रति क्विंटल के हिसाब से नुकसान किसानों को हो रहा है. 6 हजार रुपये तक की लागत इसलिए भी आ जाती है, क्योंकि खाद, बीज, कीटनाशक, सिंचाई पर किसान मोटा पैसा खर्च करते हैं. 


6 हजार से ऊपर ही होते हैं खर्च
सोयाबीन उत्पादन में मध्य प्रदेश अव्वल है. इसके बाद महाराष्ट्र में सोयाबीन की पैदावार की जाती है. महाराष्ट्र के किसानों का कहना है कि पैदावार लागत देखें तो महाराष्ट्र में ये मध्यप्रदेश के मुकाबले अधिक आती है. विशेषज्ञों का कहना है कि सोयाबीन उत्पादन पर 6 हजार से अधिक ही खर्च आता है. ऐसे में सोयाबीन बिकवाली में किसान नुकसान में ही जा रहे हैं.


11 हजार रुपये क्विंटल तक बिका है सोयाबीन
महाराष्ट्र के किसानों ने बताया कि राज्य में सोयाबीन 9 से 11 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक बिका है. किसानों को तब बिकवाली में फायदा हो रहा था. लेकिन जब से सोयाबीन के भाव गिरे हैं. किसानों को नुकसान शुरू हो गया है. किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार ने सोयाबीन की एमएसपी महज 4300 रुपये प्रति क्विंटल तय की है. इस दर पर सोयाबीन बेचने से किसानों को नुकसान ही है. केंद्र सरकार को एमएसपी बढ़ानी चाहिए.



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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