Agri Subsidy Scheme: अब हरियाली से लहलहाएंगे सूखाग्रस्त इलाके...स्प्रिंकलर सेट पर 75% अनुदान, यहां आवेदन करें किसान
Sinchai Yojana: बुंदेलखंड जैसे सूखाग्रस्त इलाकों में भी अब खूब हरियाली फैलेगी. यहां प्रशासन ने बौछारी योजना चलाई है, जिसके तहत घर बैठे 75 प्रतिशत की सब्सिडी पर सिंचाई सिस्टम उपलब्ध करवाया जाएगा.
Sprinkler Irrigation Scheme: बुंदेलखंड की जिस जमीन को आज सूखा और बंजर मानते हैं, कभी वहां चारों तरफ हरियाली से भरे खेत-खलिहान लहलहाते थे. धीरे-धीरे ये इलाका भी पानी की कमी से जूझने लगा और फिर किसान भी खेती छोड़कर दूसरी गतिविधियों में जुट गए हैं. बुंदेलखंड में पानी की कमी जैसी तमाम चुनौतियों को संज्ञान में लेते हुए शासन-प्रशासन ने तमाम योजनाएं चलाई. किसानों को आर्थिक और तकनीकी मदद मुहैया करवाई. इसी का नतीजा है कि आज बुंदेलखंड के कई इलाकों में किसान वापस खेती की ओर रुख कर रहे हैं. इन दिनों बुंदेलखंड क्षेत्र में बौछारी सिंचाई योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत आवेदन करने वाले किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी पर स्प्रिंकलर सिंचाई सिस्टम उपलब्ध करवाया जाएगा.
स्प्रिंकलर सिंचाई सिस्टम पर सब्सिडी
यूपी से सटे बुदेलखंड के हमीरपुर समेत तमाम इलाकों में सिंचाई जल की उपलब्धता के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने बौछारी सिंचाई योजना चलाई है. किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी पर फव्वारा सिंचाई सिस्टम घर बैठे उपलब्ध करवाया जाएगा.
इसके लिए सरकार ने गुजरात बेस्ड कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिया है. जीजीआरसी नामक कंपनी को स्प्रिंकलर सेट की कीमत का 25% भुगतान करना होगा, जिसके बाद सीधा किसान के घर पर सिंचाई सिस्टम की होम डिलीवरी की जाएगी.
इस तरह किसानों को बिचौलियों के शोषण से नहीं जूझना पड़ेगा और बिना किसी भागदौड़ के घर तक सिंचाई सिस्टम पहुंचा दिया जाएगा. इससे नई फसलों की बुवाई के लिए सिंचाई साधनों का इंतजाम कर रहे किसानों को खास राहत मिलेगी
क्यों कम हो रहा बुंदेलखंड का भूजल स्तर
हमीरपुर समेत बुंदेलखंड के तमाम इलाकों में गिरते भूजल स्तर को लेकर किसान काफी चिंतित रहते हैं. कई बार किसानों को फसल उत्पादन के लिए सिर्फ मानसून पर ही निर्भर रहना पड़ता है. बुवाई के लिए भी किसान बारिश के इंतजार करते हैं.
इधर गिरते भूजल स्तर की वजह से फसलों से कुछ खास उपज भी नहीं मिल पाती. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बुंदेलखंड के कई इलाके डार्क जोन या सेमी क्रिटिकल के तहत आते हैं. यही वजह है कि अब इस इलाके में बौछारी सिंचाई यानी स्प्रिंकलर सिंचाई को प्रमोट किया जा रहा है.
इस तकनीक की लागत किसानों पर भारी ना पड़े, इसलिए सरकार 75 प्रतिशत सब्सिडी पर सिंचाई सिस्टम को किसानों के घर तक पहुंचा रही है.
कहां करें संपर्क
यदि आप भी बुंदेलखंड के किसान हैं तो बौछारी सिंचाई यानी स्प्रिंकलर सिंचाई सिस्टम सेट खरीदने से पहले अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं. इस साल प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत सैंकड़ों किसानों को ड्रिप, मिनी स्प्रिंकलर, माइक्रो और रेनगन सिंचाई से 2985 हेक्टेयर रकबा कवर करने की प्लानिंग है. इस योजना से बुंदेलखंड के 1207.62 लाख से किसानों को लाभान्वित करने का प्लान है.
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