Vegetable Farming With Sugarcane: भारत में गन्ना की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. उत्तर प्रदेश में भी ज्यादातर किसानों ने खरीफ सीजन की गन्ना फसल (Sugarcane Farming in UP) को लगाया हुआ है. फिलहाल फलों का तेजी विकास हो रहा है और खेतों में तेजी से प्रबंधन (Crop Management in Sugarcane) कार्य भी किये जा रहे हैं. इसी बीच राज्य के कई किसानों ने अपनी आमदनी बढाने का नया आइडिया खोज निकाला है. दरअसल उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर (Shahjahanpur, Uttar Pradesh) में गन्ना के किसान ने फसलों के बीचों-बीच खाली पड़ी जगह पर टमाटर, आलू, शिमला मिर्च की खेती शुरू कर दी है. इस तरह गन्ना के साथ सब्जियों की फसल (Vegetbale Co-cropping with Sugarcane) लगातर लंबी अवधि की फसल के बीच में अतिरिक्त कमाई का इंतजाम हो जाता है. 


पहली बार लगाई गन्ना की फसल
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में खेती करने वाले प्रगतिशील किसान कौशल ने खरीफ सीजन में मानसून के दौरान गन्ना की फसल बुवाई की थी. उनका मानना है कि सर्दियों की गन्ना फसल के मुकाबले बरसाती गन्ना की फसल में तेजी से अंकुरण होता है. इतना ही नहीं, इस सीजन में गन्ना की बीज भी आधा ही लगता है. जहां बरसाती गन्ना की खेती के लिये 3 एकड़ खेत में सिर्फ 40 क्विंटल बीजों की रोपाई होती है तो वहीं सर्दियों की गन्ना फसल के लिये 80 क्विंटल तक बीज लगता है. इस तरह गन्ना की खेती का खर्च तो कम होता ही है, जो लागत फसल को लगाने में आती है, सब्जियों की सह-फसल खेती के जरिये इसकी भरपाई भी कर सकते हैं.


गन्ना की फसल के साथ सब्जियों की खेती
गन्ना की फसल के बीच सब्जियों का बेहतर उत्पादन ले सकते हैं. इस विधि से खेती करने पर खाद-उर्वरक, कीटनाशक, सिंचाई और प्रबंधन पर अलग से खर्च नहीं करना पड़ता, बल्कि गन्ना की फसल में प्रबंधन कार्यों के दौरान ही सब्जी फसलों की देखभाल भी हो जाती है. सह-फसल खेती से असली फायदा उस समय होता है, जब गन्ना शुगर मिलों में बेचा जाता है और किसानों को भुगतान मिलने में काफी समय लग जाता है. इस बीच गन्ना के साथ बोयी गई सब्जियों की फसल भी पककर तैयार हो जाती है, जिन्हें मंडियों में बेचकर किसान नकद भुगतान मिलता है. इससे किसानों को व्यक्तिगत और पारिवारिक खर्चे निपटाने में मदद मिलती है. 


सब्जियों की सह-फसल खेती
किसान चाहें तो गन्ना की फसल (Sugarcane Crop) के साथ आलू, टमाटर, शिमला मिर्च की फसल लगा सकते हैं. ये सब्जियां कम देखभाल में भी अच्छा उत्पादन देती है. इसके अलावा भिंडी, अरवी, मटर, मसूर, बेलदार सब्जियां जैसे- घीया, तोरी, खरबूजा, तरबूज, ककड़ी, खीरा, चप्पलकद्दू और फलीदार सब्जियों की खेती (Vegetable Cultivation) भी कर सकते हैं. किसान चाहें तो विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर गन्ना की फसल के साथ दलहन और तिलहन की फसल (Oil Seed Farming) भी लगा सकते हैं. इन फसलों की खेती करके गन्ना की फसल की लागत वसूल हो जाती है. 


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