Crop Cultivation: खरीफ की फसलें मंडी पहुंच चुकी हैं. किसान अधिकांश फसलों को MSP के भाव पर बेच रहे हैं. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बिहार समेत अन्य राज्य भी रबी की फसलों की बुवाई की तैयारियों में जुट गए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने रबी सीजन की फसलों की बुवाई की रणनीति बनानी शुरू कर दी है. सीनियर लेवल पर अधिकारी मीटिंग कर रहे हैं. यहां फसलों का रकबा और कितनी फसल बोई जानी है, सब कुछ तय कर लिया गया है.
130 लाख हेक्टेयर 434 लाख टन फसल
उत्तर प्रदेश सरकार ने रबी फसलों का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है. रबी सीजन 2022 के लिए खाद्यान्न में तिलहन फसलों का 130 लाख हेक्टेयर क्षेत्र तय किया गया है. यहां 434.41 लाख टन पैदावार होगी. यदि वर्ष 2021 की बात करें तो 126 लाख हेक्टेयर भूमि में 399.52 लाख टन उत्पादन हुआ था.
खाद्यान्न व तिलहन का अलग अलग टारगेट
वर्ष 2022-23 फसल उत्पादन के लिए सरकार ने जो रणनीति तैयार की है. उसमें खाद्यान्न उत्पादन और तिलहन उत्पादन का अलग-अलग लक्ष्य रखा गया है. खाद्यान्न उत्पादन 421. 84 लाख टन और तिलहन उत्पादन 12.57 लाख टन होगा. कुल प्रोडक्शन टारगेट को पाने के लिए गेहूं, जौ, मक्का, चना, मटर, मसूर, राई, अलसी आदि फसलों के लिए अलग-अलग टारगेट तय किये गए हैं.
दो से तीन फसलें बोए किसान
उत्तर प्रदेश सरकार की कोशिश है कि किसान कम से कम दो या तीन फसल जरूर बोए. इससे क्रॉप डेंसिटी बढ़ेगी. गवर्नमेंट ने क्रॉप डेंसिटी 165% को बढ़ाकर 175 प्रतिशत करने का टारगेट तय किया है. इसके लिए बुवाई से पहले खाली पड़े खेतों में तोरिया या फिर लाही की बुवाई के लिए किसानों को मोटिवेट किया जाएगा.
मौसम पर रखी जाएगी नजर
खरीफ के सीजन के आखिरी समय में बारिश ने किसानों की फसलों को बर्बाद कर दिया है. इससे किसानों को करोड़ों का नुकसान हुआ है. लेकिन वर्ष 2022-23 में रबी की बुवाई को लेकर सरकार फिक्रमंद है. सितंबर के दूसरे व अक्टूबर के पहले 15 दिनों में प्रदेश में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है. इससे रबी की फसल बोने के लिए प्रॉपर नमी मिलेगी. यही कारण है स्टेट गवर्नमेंट रवि की फसलों को समय से बोने पर जोर दे रही है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें - PM Kisan Samman Nidhi: UP में 21 लाख किसानों को नहीं मिलेगी पीएम किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त, जानिए क्या है वजह