Crop Damage Due To Stray Animals: आवारा पशु हर राज्य के किसानों के लिए बड़ी समस्या रही हैं. किसानों की लाखों रुपये की पफसल को ये पशु बर्बाद कर देते हैं. रही सही कसर दैवीय आपदाएं पूरा कर देती हैं. आवारा पशु किसानों की फसलों को न खाएं. इसके लिए हर राज्य में कदम उठाए जा रहे हैं. तारबंदी से लेकर अन्य कवायद भी किसान भाई कर रहे हैं. लेकिन आवारा पशु नहीं रुकते. अब राज्य सरकार ने किसानों की पफसलों से बचाव के लिए बड़ा कदम उठाया है. 


उत्तर प्रदेश सरकार करेगी दवा प्रोत्साहित
उत्तर प्रदेश में कृषि विभाग अब आवारा पशुओं को भगाने की दिशा में कदम उठाने जा रहा है. अब प्रदेश सरकार ऐसी दवा को प्रोत्साहित करेगी. जिसकी गंध से ही आवारा पशु खेतों तक नहीं आएंगे. इससे जो पशु उनकी फसलों को नुकसान करते हैं. वह नुकसान नहीं हो सकेगा. इससे सालाना उन्हें लाखों रुपये का फायदा होगा.  


हरबोलिव दवा से फसल नहीं खाएंगे पशु
राज्य सरकार के कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हरबोलिव नामक दवा फसल की गंध को छिपाने में मदद करती है यानि फसल की जिस गंध को सूंघकर आवारा पशु खेतों तक पहुंचते हैं. वह गंध दवा के कारण उन तक पहुंचेगी ही नहीं. इस दवा का एक और लाभ यह होगा कि ये आवारा पशुओं के लिए फसल के टेस्ट को बेहद बेकार बना देगी. यदि किसी कारण पशु फसल को खाने की भी कोशिश करेंगे तो खा नहीं पाएंगे. इससे जानवरों को मजबूरी में खेत छोड़ना होगा. 


भूमि की उर्वरकता बढ़ाती है दवा
इस दवा एक और अच्छी बात ये है कि यह दवा फसल को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाती है. उसकी जैविक प्रकृति बनाए रखती है. खेत की मिटटी के जैविक गुणों को बढ़ाकर उसे और अधिक उर्वरक बनाने का काम करती है. दलहन, तिलहन, फल, फूल, सब्जी व अन्य फसलों के लिए भी यह दवा कारागर है. 


लखनऊ के कार्यक्रम में आज दवा की जानकारी लेंगे सीएम योगी
लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में 24 जनवरी को होने वाले यूपी दिवस के शुभारंभ के अवसर पर कृषि विभाग के 3 स्टॉल लगाए जाएंगे. इसमें एक तो दवा से जुड़ा होगा. दूसरा मोटा अनाज को बढ़ावा देने से संबंधित होगा. तीसरा में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इन स्टॉलों पर जाएंगे. दवा, मोटा अनाज व प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी लेंगे. 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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