Stubble Burning: इस स्टेट में पराली जलाते मिले तो सीधे जेल जाना पड़ेगा, सरकार का ये है एक्शन प्लान
पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए बिहार सरकार कदम उठा रही है. पराली जलाने की पुष्टि होने पर किसान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया जाएगा.
Stubble Management: देश भर में कई स्टेट में पराली जलाने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. PUNJAB, HARYANA, राजस्थान, मध्यप्रदेश में पराली जलाने के मामले तेजी से बढ़े हैं. UTTAR PRADESH में भी स्टबल बर्निंग के केस मिले हैं. लेकिन उत्तरप्रदेश, दिल्ली में हालात कुछ नियंत्रण में हैं. वहीं उत्तरप्रदेश से सटे राज्य बिहार में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ने लगी हैं. किसान दवा या अन्य तरीके से पराली निस्तारण नहीं कर रहे हैं. बल्कि खेतों में पड़े फसल अवशेष में आग लगा दे रहे हैं. इससे बिहार का AQI लेवल भी बढ़ने लगा है. बिहार की नीतीश सरकार अब पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी में हैं.
FIR दर्ज कर होगी जेल
बिहार गवर्नमेंट पराली जलाने वालों के खिलाफ सख्ती बरतेगी. नीतीश सरकार ने पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पराली जलाने वालों के खिलापफ कार्रवाई के लिए सीनियर लेवल पर बैठक हुई. बैठक मंे कई डिपार्टमेंट के अफसर शामिल रहे. इसमें निर्देश दिए गए कि खेतों की मिट्टी की उर्वरकता बनाए रखने और पॉल्यूशन को नियंत्रण में रखने के लिए पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. ऐसे किसानों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 133 के तहत कार्रवाई की जाएगी. यदि पराली जलाने की पुष्टि हो जाती है तो किसानों पर आईपीसी 188 के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी. सभी जिलों के लिए इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है.
कार्रवाई के लिए समूह में बंटेंगी पंचायत
कार्रवाई का लेखा जोखा पंचायत लेवल से तैयार किया गया है. फसल जलाने की जिन घटनाओं का विश्लेषण किया जाएगा. उनमें पंचायतों को दो समूहों में बांट दिया जाएगा. पहले समूह में उन पंचायतों को रखा जाएगा, जिनमें पहले से ही पराली जलाने की घटनाएं अधिक हो रही हैं. दूसरे ग्रुप में उन पंचायतों को शामिल किया जाएगा, जहां फसल जलने की घटनाएं पहले से कम हुई हैं या बिल्कुल नहीं हो रही हैं. जिन पंचायतों में फसल जलाने की घटनाएं अधिक हो रही हैं. वहां अधिकारी विशेष नजर रखेंगे. हर पंचायत पर कॉर्डिनेटर बनाए जाएंगे और इनसे हर दिन की रिपोर्ट ली जाएगी. रिपोर्ट के आधार पर एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के अपफसर उसका क्रॉस वेरिपफिकेशन करेंगे. उसके बाद ही किसान के खिलापफ कार्रवाई के लिए कदम उठाया जाएगा.
पटना, मगध में अधिक जल रही पराली
जानकारी के अनुसार, पटना व मगध प्रमंडल में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं. बिहार के कैमूर, रोहतास, बक्सर, भोजपुर, पटना, नालंदा में सबसे ज्यादा पराली जलाई जा रही हैं. सभी जिलों की 200 पंचायतों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं. अगर ऑवर ऑल देखें तो इन जिलों में पूरे स्टेट के सापेक्ष 83 फीसदी पराली जलाने की घटनाएं हुई हैं. इन जिलों और उनकी पंचायतों पर अधिकारियों का ध्यान अधिक रहेगा.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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