Stubble Management: खरीफ की फसल को मंडी पहुंचाकर किसानों ने खेत में पड़े फसल अवशेष यानि पराली को जलाना शुरू कर दिया है. पराली जलाने के कारण एनवायरमेंट में स्मॉग बढ़ना शुरू हो गया है. पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, दिल्ली में स्मॉग की चादर गहराने लगी है. पराली जलाने के जो आंकड़े सामने आ रहे हैं. उनमें सबसे खराब तस्वीर पंजाब की है. यहां अंधाधुंध पराली जलाई जा रही है. हालांकि राज्य सरकार भी लापरवाह अधिकारी और पराली जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं वहीं, दिल्ली समेत कुछ राज्यों में पराली जलाने के हालात काबू में हैं. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इंडिया के इस केंद्रीय जोन में सख्ती नहीं बरती गई तो पश्चिमी भारत का बड़ा हिस्सा स्मॉग की चपेट में आ सकता है. 


पंजाब में 24146 जगह जली पराली, दिल्ली में 7


कमीशन ऑफ एयर क्वॉलिटी की रिपोर्ट के जो आंकड़ों के अनुसार, 15 सितंबर से 3 नवंबर तक पंजाब में 15 सितंबर से 3 नवंबर तक पराली जलाने के 24146 मामले सामने आए हैं. हरियाणा में 2377, उत्तरप्रदेश में 842, मध्यप्रदेश में 1579, राजस्थान में 462 और दिल्ली में 7 जगह पराली जलाने के केस दर्ज किए गए हैं. ये सभी केस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. 


पंजाब में इतनी जल रही पराली 


पंजाब में 3 नवंबर को 2666 केसेज, 2 नवंबर को 3634, 1 नवंबर को 1842 जगहों पर पराली जलाने के कसे रिकॉर्ड किए गए हैं. 31 अक्टूबर को  2131, 30 अक्टूबर, 29 अक्टूबर को 1761, 28 अक्टूबर को 1898 मामले सामने आए थे. वहीं, हरियाणा में 3 नवंबर को 128, दो नवंबर को 166, एक नवंबर को 88, 31 अक्टूबर को 70, 30 अक्टूबर को 112 केस दर्ज किए गए. इनके अलावा मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी अधिक केस रिकॉर्ड किए जा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संगरूर में 2721 जगहों पर सैटेलाइट के जरिए आग लगने की लोकेशन मिली. अधिकारियों ने 1051 से ज्यादा जगहों पर खुद जाकर इन घटनाओं की जांच की. करीब 756 जगहों पर पराली जलती मिली. 


केंद्र ने पंजाब की 3138 करोड़ की मदद


केंद्र सरकार के अपफसरों का कहना है कि पराली मैनेजमेंट को केंद्र सरकार सभी राज्यों की मदद कर रही है. अकेले पराली निस्तारण के लिए 2018 से अब तक राज्यों को 3138 करोड़ रुपये दिए हैं.इसमें अकेले पंजाब को 1400 करोड़ से अधिक दिया है. राज्य सरकार पराली निस्तारण को 2 लाख मशीनें खरीद चुकी हैं. राज्य सरकार के अफसरों का कहना है कि पराली प्रबंधन को सभी कदम उठाए जा रहे हैं. जो किसान पराली जलाते मिल रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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