Stubble Management: पराली जलाने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कदम उठा रही हैं. जुर्माने के साथ 6 महीने की जेल का प्रॉविजन है. बावजूद इसके किसान खेतों में पराली जलाना बंद नहीं कर रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि खरीफ की फसल कटने के बाद किसान खेतों में फसलों के अवश्ेाष छोड देते हैं. यहीं पराली कहलाती हैं. पराली को नष्ट करने में काफी वक्त और मेहनत लगती है इसलिए किसान खेतों में ही पराली जलाकर नष्ट कर देते हैं. इसका नुकसान यह है कि खेत की उर्वरकता खत्म होने लगती है, साथ ही दम घोंटने वाला धुआं लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है. देश के अकेले स्टेट में 3700 जगह पराली जलती मिली है. गवर्नमेंट ने ऐसे किसानों पर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है.


तरनतारन में 1034 जगह जलती मिली पराली
पंजाब में 3700 स्थानों पर पराली जलती मिली है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 15 से 22 अक्टूबर तक जो डाटा जुटाया गया. उसके अनुसार अकेले तरनतारन में 1034 स्थानों पर 
पराली जलती मिली. Amritsar में 895, गुरदासपुर में 324, पटियाला में 246, कपूरथला 214, फिरोजपुर में 183 पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गई तरनतारन में राज्य में सबसे ज्यादा पराली जलती मिली है.  


10 अक्टूबर के 4 गुना जली पराली
खेत में पराली जलाने की घटनाएं 10 अक्टूबर के बाद तेजी से बढ़ी हैं. अभी तक आंकडा देखें तो 4 गुना अधिक पराली 10 अक्टूबर के बाद जलाई गई है. आंकडों को देखें तो 10 अक्टूबर तक 718 पराली जलाने की घटनाएं हुई हैं. हालांकि पिछले दो सालों का रिकॉर्ड देखें तो यह साल कुछ बेहतर रहा है. पंजाब में 2020 में 22 अक्टूबर तक 10785 और वर्ष 2021 में 5438 स्थानों पर पराली जलती मिली थी. 


30 लाख हेक्टेयर है धान क्षेत्र का रकबा
खरीफ सीजन में पंजाब में धान की फसल बोई गई. यहां धान का रकबा 30 लाख 84 हजार हेक्टेयर है. किसान खेतों में बचे अवशेष को वहीं जला देते हैं. स्टेट गवर्नमेंट फसल अवशेष मैनेजमेंट के लिए किसानों को अवेयर कर रही है. बावजूद इसके पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं. पंजाब सालाना 180 लाख टन धान की पुआल पैदा करता है. अगर पराली जलाने की घटनाएं देखें तो वर्ष 2021 में सबसे ज्यादा 71304 स्थानों पर पराली जलाई गई थी.


 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें- Big Change: नशीली खेती छोड़ी तो कद्दू ने बना दिया फेमस, अब अफीम के बजाय सब्जियां उगा रहे अरुणाचल प्रदेश के किसान