Subsidy For Haryana Farmers: मानसून 2022 किसानों के लिये आफत का मौसम साबित हुआ. शुरुआत में बारिश में देरी के कारण देशभर के किसानों खरीफ फसलों की खेती (Kharif Crop Cultivation) नहीं कर पाये. वहीं लगातार बारिश के कारण कई राज्यों में खड़ी फसलें जलमग्न हो गईं. कुछ इलाकों  में कम बारिश के कारण अभी भी भूजल स्तर (Ground Water level) की गिरावट बड़ी समस्या बनती जा रही है, जिसमें हरियाणा राज्य (Haryana) भी शामिल है.


यहां के कई किसान इस खरीफ सीजन (Kharif Season 2022) में धान की फसल (Paddy Cultivation) नहीं लगा पाये, जिस कारण उन्हें काफी नुकसान हुआ है. हरियाणा राज्य के किसानों की इन्हीं समस्याओं का समाधान निकलते हुये राज्य के किसानों के लिये आर्थिक अनुदान का प्रवाधान किया है.




हरियाणा सरकार की किसानों को सलाह (Haryana Government's Advice to Farmers)
हरियाणा राज्य (Haryana Agriculture) में जिन किसानों ने किसी कारण धान की खेती नहीं की है और खेत खाली पड़े हैं, उन किसानों को वैकल्पिक फसल या बागवानी फसलों की खेती करने की सलाह दी जा रही है, जिसके लिये हरियाणा सरकार 7,000 रुपये का आर्थिक अनुदान भी दे रही है. बता दें कि किसानों को ये आर्थिक लाभ फसल विविधिकरण योजना के तहत प्रदान किया जायेगा.



  • इससे पहले हरियाणा राज्य की सरकार ने किसानों को मक्का की खेती न कर पाने की स्थिति में 4,000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से आर्थिक मदद प्रदान की थी.

  • इसके अलावा, किसानों को धान की सीधी बिजाई विधि से खेती (Direct Seeding pf Paddy)  करने के लिये भी 3,000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से अनुदान भी दिया जा रहा है.

  • इन ऐतिहासिल फैसलों का यही उद्देश्य है कि किसानों को ज्यादा नुकसान ना हो और वे अनुदान की सहायता राशि से वैकल्पिक फसलों की खेती कर सकें.

  • इस समाधान से राज्य में लगातार गिरते जा रहे भूजल स्तर को बांधने में मदद मिलेगी और किसान भी खेती की लागत को कम कर सकेंगे.




यहां करें आवेदन (Apply here for Subsidy)
फसल विविधिकरण योजना  (Crop Diversification Scheme) के तहत सब्सिडी का लाभ लेने के लिये हरियाणा सरकार (Haryana Government) की आधिकारिक वेबसाइट 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' पर जाकर आवदेन करना होगा.



  • पहले इस योजना के तहत 7,000 रुपये का अनुदान लेने के लिये 31 जुलाई की डेडलाइन रखी गई थी, लेकिन किसानों की बढ़ती परेशानियों को समझते हुये आवेदन की तारीख को 10 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है.

  • आवेदन के बाद कृषि विभाग (Haryana Agriculture Department) पुष्टिकरण के लिये जांच-पड़ताल करेगी, जिसके बाद जरूरतमंद किसानों के खातों में सहायता राशि ट्रांसफर कर दी जायेगी.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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