Subsidy Scheme In Haryana: खेती के लिए जितना जरूरी मिटटी का उपयोगी होना, बीजों का होना बेहतर रहता है. इनके न होने पर फसल प्रभावित होती है. वहीं, बिना पानी के भी खेती की कल्पना मुश्किल होती है. खरीफ सीजन की फसलें आमतौर पर पानी की कमी से जूझती है. धान और गन्ना की फसलें अधिक पानी की जरूरत होती है. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारें किसानों की मदद के लिए आगे आती हैं. किसानों को सिंचाई के लिए तमाम संसाधन उपलब्ध कराए जाते हैं. किसानोें का सिंचाई पर अधिक खर्चा न पड़े, इसको लेकर एक राज्य सरकार बड़ी राहत दे रही है.
हरियाणा सरकार दे रही 75 प्रतिशत सब्सिडी
हरियाणा सरकार किसानों को सिंचाई पर सब्सिडी दे रही है. केंद्र सरकार सिंचाई के लिए विभिन्न राज्यों के किसानों की मदद कर रही है. प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा एवं सुरक्षा उत्थान महाभियान के तहत हरियाणा सरकार किसानों को 75 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही है.
पीएम कुसुम योजना के तहत 60 प्रतिशत अनुदान
केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री कुसुम योजना संचालित है. इसमें किसानों को 60 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है. इसके तहत किसानों को खेतों पर सोलर पंप लगाने की लागत का 30 प्रतिशत तक लोन देती है. किसानों को प्रोजेक्ट का केवल 10 प्रतिशत खर्च करना होता है.
इस तरह होती 75 प्रतिशत सब्सिडी
हरियाणा सरकार पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को बड़ी राहत दी है. एक से 10 हॉर्स पॉवर बिजली आधारित कृषि ट्यूबवेल आवेदकों को 75 प्रतिशत तक सब्सिडी पर सौर पंप दिया जाएगा.
15 मई तक करें आवेदन
पीएम कुसुम योजना के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 28 अप्रैल से पोर्टल पर आवेदन शुरू कर दिया है. किसान भाई 15 मई तक अप्लाई कर सकते हैं. आवेदन में करीब एक सप्ताह का समय रह गया है. पीएम कुसुम योजना के लिए आवेदक आधिकारिक वेबसाइट pmkusum.hareda.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
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