Success Story of Terrace Gardening: आज खेती-किसानी सिर्फ काम ही नहीं, बल्कि लोगों का शौक बन गया है, जिसे गार्डनिंग (Gardening) कहते हैं. शहरों में भी अब लोग ताजा सब्जियों का जायका लेने के लिये छत, बालकनी और बगीचों में गार्डनिंग (Home Gardening) कर रहे हैं. इसके लिये कंटेनर और क्यारियां तैयार की जाती है, हालांकि कई लोग हैंगिंग प्लांटर्स (Hanging Garden) में भी सब्जियां उगा लेते हैं, लेकिन बिहार की ये ग्रहणी बेकार पड़ी पीवीसी पाइप में सब्जियों की खेती (Vegetable farming in PVC Pipe) कर रही है.


बिहार, छपरा की सुनीता प्रसाद आज अपने इनोवेटिव अंदाज के लिये देश-दुनिया में मशहूर हो चुकी है. वर्टिकल गार्डनिंग (Vertical Gardening) करने का ये देसी नुस्खा लोगों के बीच खूब फेमस हो रहा है. इस वर्टिकल गार्डन से अब ऑर्गेनिक सब्जियों (Organic Vegetable At Home) का प्रॉडक्शन मिल रहा है, जिससे किचन की सभी जरूरतें पूरी हो रही हैं और सुनीता प्रसाद का गार्डनिंग का शौक भी खूब फल-फूल रहा है.


खेती की शौकीन है सुनीता
टेरिस गार्डनिंग (Terrace Gardening) का ये इनोवेटिव आइडिया सुनीत के खुद के दिमाग की उपज है. ये सफर सिर्फ छोटे-मोटे पौधे लगाने से शुरू हुआ, जब घर पर कोई बर्तन टूट जाता या कंटेनर बेकार हो जाता तो सुनीत उसमें पौधा लगा दिया करती थी. एक दिन कबाड़ का सामान बेचते समय उन्होंने कबाडिया के पास पीवीसी देखी और इन्हें खरीदकर अपनी छत पर रख दिया. मौसम बदलने के साथ पीवीसी पाइप में पड़े-पड़े धूप-मिट्टी जम रही थी और उसमें घास भी निकल आई थी.


बस फिर क्या सुनीत की नजर पड़ी तो उन्होंने इसी पाइप में  सब्जी उगाने का मन बना लिया. इस तरह टेरिस गार्डनिंग शुरू की सफलता मिलती रही और फिर सुनीता ने गार्डनिंग करने का इको फ्रेंडली तरीका सोचा. जहां सुनीत पीवीसी पाइप में सब्जियां उगा रही थीं. वहीं अब उन्होंने बांस में सब्जियों की खेती करने की पहल की. जब दोनों प्रयास सफल हुये तो अड़ोस-पड़ोस से लेकर शहरभर लोगों के बीच सुनीता फेमस हो गईं.




सस्ते में लिया सब्जियों का प्रॉडक्शन
आज सुनीता प्रसाद अपने इनोवेटिव टेरिस गार्डन में मौसमी सब्जियां उगा रही है. उनकी छत पर एक भी गमला नहीं है. सब्जियां सिर्फ बांस और पीवीसी पाइप में ही उगाई जा रही है. उनका मानना है कि यह गार्डनिंग करने का सबसे सस्ता और आसान तरीका है, जिससे जगह कम घिरती और सब्जियों का भी अच्छा उत्पादन मिल जाता है.


अब सुनिता पीवीसी पाइप और बांस के इकोफ्रैंडली वर्टिकल गार्डन में बैंगन, गोभी, धनिया, चुकंदर, शलजम, खीरा, एलोवेरा, प्याज़, हल्दी अदरक के साथ ही चीकू और स्ट्रॉबेरी तक उगा लेती हैं. उनके गार्डन को देखने के लिये अब युवाओं के साथ-साथ विशेषज्ञों का भी तांता लगा रहता है. अब कई लोग सुनीत प्रसाद के पीवीसी पाइप वाले वर्टिकल गार्डन में ट्रेनिंग लेने आते हैं.


मिल चुके हैं कई अवॉर्ड
आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में घर के ज्यादातर लोग रोजगार कमाने चले जाते हैं और हाउस वाइफ की वैल्यू नहीं पाती, लेकिन सुनीता प्रसाद ने यह साबित कर दिया है कि घर बैठी ग्रहणियां भी खाली समय का कितना अच्छा इस्तेमाल कर सकती है और आत्मनिर्भर बन सकती है.


उनके इसी इनोवेटिव आइडिया के लिये ‘इनोवेटिव फ़ार्मर अवॉर्ड’ (Innovative Farmers Awards) और ‘किसान अभिनव सम्मान’ (Kisan Abhinav Samman) जैसे अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. अब उनके पड़ोसी भी कहते हैं कि खेती बहुत सरल है. इस तरह वर्टिकल गार्डनिंग (Vertical Gardening) करके ना सिर्फ मनपसंद सब्जियां उगाकर किचन की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं, बल्कि खाली समय का भी सही इस्तेमाल करके अपने शौक भी पूरे कर सकते हैं. 


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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