Sugar Export From India: देश में चीनी की खपत को नियंत्रित करने के साथ ही केंद्र सरकार विदेशों में चीनी सप्लाई का भी ख्याल रख रही है. घरेलू खपत में कीमत न बढ़े इसको लेकर केंद्र सरकार ने निर्यात की शर्तें कठिन कर दी हैं, वहीं कुछ देशों में चीनी सप्लाई भी न बिगड़े. इसका भी ख्याल रखा जा रहा है. अब केंद्र सरकार ने इसी को देखते हुए कदम उठाए हैं. केंद्र सरकार ने अमेरिका के प्रति नरम रुख अपनाया है.  अब केंद्र सरकार ने चीनी के अतिरिक्त कोटे की सप्लाई करने का कदम भी उठा लिया है. 


अमेरिका को एक्सपोर्ट होगी 10966 मीट्रिक टन चीनी


चीनी निर्यात पर प्रतिबंध 31 अक्टूबर 2022 तक तय किया गया था. लेकिन विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने अब इसे एक साल के लिए बढ़ा दिया है. अब यह 31 अक्टूबर 2023 तक रहेगा. डीजीएफटी ने एक अधिसूचना जारी कर बताया कि कच्ची, रिफाइंड और सफेद चीनी के निर्यात पर लगी पाबंदियों को 31 अक्टूबर, 2022 से आगे 31 अक्टूबर, 2023 या फिर अगले आदेश तक के लिए बढ़ा दिया गया है. इससे जुड़ी बाकी शर्ताें में भी कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा. अब चीनी का निर्यातक 10966 मीट्रिक टन होगा.


भारत ने इतना चीनी निर्यात बढ़ाया


डायरेक्टर जनरल ऑफ ट्रेड(DGFT) ने अमेरिका के लिए चीनी निर्यात में राहत दी है. DGFT ने तारीफ रेट कोटा के तहत अमेरिका को 2360 मीट्रिक टन एडिशनल शुगर एक्सपोर्ट को सहमति दे दी है. टैरिफ रेट कोटा के तहत पहले 8606 मीट्रिक टन चीनी निर्यात किया जाता था, जोकि अब बढ़ाकर 10966 मीट्रिक टन कर दिया गया है.

देश में घट गया चीनी उत्पादन


देश में चीनी उत्पादन भी घटा है. ताजा आंकड़ें जो सामने आए हैं. उनके अनुसार, भारत में चीनी उत्पादन करंट मार्केटिंग ईयर में 15 अप्रैल तक 6 प्रतिशत घटकर 3 करोड़ 11 लाख टन हो गया है, जबकि यह उत्पादन पहले बढ़ा हुआ था. चीनी उत्पादन में कमी की मुख्य वजह महाराष्ट्र में चीनी कम उत्पादित होना बताई जा रही है. उद्योग संगठन इस्मा का कहना है कि मार्केटिंग ईयर 2021-22 की समान अवधि में चीनी उत्पादन 3 करोड़ 28.7 लाख टन हुआ था. लेकिन इस बार चीनी उत्पादन कम होना चिंता का विषय बना है. 


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