Sugar Price Hike: भारत कई फूड आइटम को एक्सपोर्ट कर कई देशों का पेट भरने का काम करता है. दाल, चावल, गेहूं समेत कई खाद्य उत्पादों पर की सप्लाई भारत से विदेशों में की जाती है. आटे की कीमत महंगी होती देख गेहूं बैन किया गया था तो कई देशों में गेहूं की किल्लत सामने आई थी. भारत ने चीनी निर्यात पर भी बैन लगा रखा है. इसका असर भी देखने केा मिल रहा है. वैश्विक महाशक्ति कहे जाने वाले देश में ही भारत के कारण चीनी महंगी हो गई है. 


अमेरिका में चीनी 6 साल के उच्च स्तर पर


भारत के चीनी निर्यात बैन का असर अमेरिका पर दिखा है. अमेरिका में चीनी के दामों में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. न्यूयार्क में चीनी 6 सल के रिकॉर्ड लेवल पर महंगी हो गई है. चीनी की बढ़ती कीमतों से स्थानीय लोगों का खासा बजट बिगड़ गया है. विशेष बात ये है कि चीनी पर महंगाई का असर न्यूयार्क ही नहीं अन्य देशों में भी देखने को मिल रहा है. 


इतनी महंगी हुई चीनी


इतनी महंगी हुई चीनी न्यूयॉर्क में कच्ची चीनी की के प्राइस 2.2 प्रतिशत बढ़कर 23.46 सेंट प्रति पाउंड पर पहुंच गएग हैं. ये अक्टूबर 2016 के बाद से सबसे अधिक दर्ज किए गए हैं. इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) की ओर से भी इसको लेकर बयान जारी कया गया है. इस्मा ने भी चीनी उत्पादन में कमी होने की बात कही है. 


भारत में इतना घटा चीनी उत्पादन


इस्मा की ओर से जारी बयान में बताया है कि सितंबर में समाप्त हुए विपणन वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में भारत में चीनी उत्पादन घटा है. देश में चीनी उत्पादन 299.6 लाख टन दर्ज किया गया है. वहीं, विपणन वर्ष 2021-22 की पहली छमाही में भारत में 309.9 लाख टन चीनी का प्रोडक्शन हुआ था.


केंद्र सरकार ने भी जताई चिंता


केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने भी कम हुए चीनी उत्पादन की संभावनाओं पर चिंता जताई है. उन्होंने कहा था कि सितंबर में समाप्त होने वाले वर्ष में भारत चीनी एक्सपोर्ट करने की परमिशन नहीं दे सकता है. इस बार उत्पादन कम होने की संभावना है. भारत घरेलू खपत को लेकर फिक्रमंद है. 



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