Sugar Mill In India: चीनी प्रोडक्शन के मामले में भारत विश्व में पहला स्थान है. चीनी एक्सपोर्ट के मामले में भी अपना देश नंबर वन है. मिलों ने गन्ना खरीदकर चीनी का उत्पादन शुरू कर दिया है. देश के अलग अलग राज्यों में शुगर प्रोडक्शन जोरों पर चल रहा है. किस राज्य में कितनी चीनी का उत्पादन हो रहा है. केंद्र सरकार इसका पूरा ब्यौरा जुटा रही है. उस ब्यौरे के आधार पर ही चीनी स्टॉक तय किया जा रहा है. केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि घरेलू खपत के लिए चीनी काफी किसान है. किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है. 


दो महीने में 48 लाख टन चीनी उत्पादित


पेराई सीजन चल रहा है. देश में पिछले दो महीने में अलग अलग स्टेट ने 48 लाख टन चीनी का उत्पादन कर लिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन बहुत तेज गति से चल रहा है. महाराष्ट्र में चालू सीजन के अक्टूबर और नवंबर में 20 लाख टन चीनी का उत्पादन कर लिया गया है. वहीं उत्तर प्रदेश में 11 लाख टन चीनी उत्पादन हो चुका है. शेष उत्पादन अन्य राज्यों में हो रहा है.  


434 मिलों में पेराई शुरू


देश की चीनी मिलों में गन्ना पेराई शुरू कर दी गई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के मुताबिक, अभी तक 434 मिलों में पेराई सत्र शुरू कर दिया गया है. महाराष्ट्र में 173 मिलों में गन्ना पेराई शुरू कर दी गई है. वहीं, उत्तर प्रदेश में पेराई करने वाली चीनी मिलों की संख्या 104 है.  


निर्यात कर किसानों का करें पेमेंट


केंद्र सरकार की साफ मंशा है कि चीनी मिल किसानों का पेमेंट बिल्कुल न रोंके. उन्हें समय पर भुगततान किया जाए. केंद्र सरकार ने चीनी निर्यात पर प्र्रतिबंध पर पुनर्विचार करते हुए 60 लाख टन चीनी एक्सपोर्ट करने की अनुमति दी थी. खाद्य मंत्रालय की जारी अधिसूचना के अनुसार, एक नवंबर से 31 मई 2023 तक कुल 60 लाख टन निर्यात की छूट दी गई है. 


चीनी एक्सपोर्ट करने में मिल सकती है छूट


केंद्र सरकार ने एक्सपोर्ट करने की जो मात्रा तय की है. वह मौजूदा समय में प्रोडक्शन को देखते लिए की है. केंद्र सरकार के गन्ना और चीनी उत्पादन पर नजर बनाए हुए है. यदि गन्ने और चीनी का उत्पादन घरेलू खपत पूरी करने के बाद ठीक ठाक रहा तो निर्यात में छूट दी जा सकती है. केंद्र सरकार के अनुसार, चीनी मिलें ज्यादा से ज्यादा चीनी का एक्सपोर्ट करें और उससे जो पैसा मिले. किसानों को उनका पेमेंट किया जाए. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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