Double Income By Sugarcane Farming: भारत को दुनिया का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक (Sugarcane Production) देश कहते हैं. यहां उत्तर प्रदेश में गन्ना की फसल (Sugarcane Crop) बड़े पैमाने पर लगाई जाती है, लेकिन सही तकनीक (Farming Technique) और कुछ समस्याओं के कारण अपेक्षित उत्पादन नहीं मिल पाता. कृषि विशेषज्ञों की मानें तो ठीक प्रकार फसल की देखभाल और अच्छी क्वालिटी का बीज उपचार के बाद लगाने पर बढ़िया उपज मिल सकती है. किसान चाहें तो दोगुना आमदनी के लिये अदरक, लहसुन, मेंथा समेत दलहनी और सब्जी फसलें भी उगा सकते हैं. 


गन्ना की सह-फसली खेती के फायदे (Co-Cropping of Sugarcane)
इससे किसानों को डबल आमदनी हो जाती है और इंच-इंच खेत का सही इस्तेमाल भी हो जाता है. 




  • जहां गन्ना की फसल को पकने में 13-14 महीने लग जाते हैं, वहीं 60-90 दिनों में दूसरी फसलें पक जाती हैं.

  • इस दौरान बीच-बीच में सब्जियों और दलहनी फसलों की खेती करने से 2-3 महीने में दूसरी फसलों की उपज से पैसा मिल जाती है.

  • इस प्रकार सहफसली खेती करने से मेहनत-मजदूरी के साथ-साथ पानी, खाद, उर्वरक, बीज और कटाई का खर्चा निकल आता है.

  • गन्ना के साथ दूसरी फसल उगाने पर अलग से खाद-पानी की जरूरत नहीं पड़ती, ये फसलें आपस में पोषण का काम करती हैं.

  • गन्ने के साथ दलहनी फसलें उगाने पर ज्यादा लाभ मिलता है, क्योंकि दलहनी फसलों की खेती से मिट्टी की उर्वरता बढ़ जाती है, जिसका फायदा गन्ना की फसल को मिलता है.
    गन्ने की फसल के बीच खाली स्थान में सह-फसल उगा सकते हैं, क्योंकि आमतौर पर ये जमीन खाली पड़ी रहती है, जिस पर खरपतवार उग आते हैं और गन्ना किसानों की समस्या बढ़ाते हैं.


गन्ना की खेती (Sugarcane Farming)



  • भारत में गन्ना की फसल (Sugarcane Crop) दो मौसम में उगाई जाती है, जिसमें बंसत और शीत ऋतु शामिल है. 

  • इस दौरान एक एकड़ खेत में 35-40 क्विंटल बीज डाले जाते हैं. 

  • फसल बढ़ने पर गन्ने के बीच का स्थान खाली पड़ा रहता है, जिसके सदुपयोग करने के लिये कृषि विशेषज्ञ सह फसली खेती (Co-Crop Farming) करने की सलाह देते हैं. 


जानकारी के लिये बता दें कि गन्ना के साथ सह-फसल लगाने के लिये करीब 19 फसलें लाभकारी होती हैं, जिसमें दलहनी और तिलहनी फसलों के अलावा मटर, मसूर, सरसों, गेहूं, बेल वाली सब्जियां जैसे घीया, तोरी, खरबूजा, तरबूज, ककड़ी, खीरा, चप्पनकद्दू आदि सब्जियों का बंपर उत्पादन लिया जा सकता है.




Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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