Fruit Gardening Tips: सालभर में भारत के किसान कई प्रकार की अनाजी, फल, सब्जी, फूल और मसालों की फसल लगाते हैं. सब्जी और फलों की बागवानी की बात करें तो काम सिर्फ फसल लगाने तक पर खत्म नहीं होता, फसल कटाई तक कई प्रकार के कृषि कार्य भी करने होते हैं. जिससे कि फसल में कीड़े और बीमारियों की समस्या न होने पाये. अगर बात करें जून के महिने की तो इस माह में तपती धूप और बेमौसम बारिश होना आम है. लेकिन इन समस्याओं के बीच किसान भाईयों को फल-सब्जी की फसल का कैसे ध्यान रखना है, आइये जानते हैं-


केले की बागवानी
अगर किसान केले के नये बाग तैयार कर रहे हैं तो रोपाई के लिये हर गड्ढे में 30-40 किग्रा सड़ी गोबर के साथ 1 किलो नीम की खली और गड्ढे से निकाली हुई मिट्टी मिलाकर भर लें. ध्यान रखें कि गड्ढा जमीन से 15-20 सेमी ऊँचाई तक भर जाये। इसके बाद रोपाई के लिये तीन माह पुरानी, तलवारनुमा, स्वस्थ व रोगमुक्त पुत्ती का ही प्रयोग करें। 


आम की फसल में ग्राफ्टिंग
जून- जुलाई तक का समय आम के बागों में ग्राफ्टिंग के लिये सही रहता है. क्योंकि बेमौसम बारिश के कारण आम के बागों में पानी गुटी के ऊपर रह जाता है और आम में अंकुरण शुरू हो जाता है. इसिलये अलग से सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती. आम के पेड में अंकुरण के लिये टहनियों की चिराई काम कर लें.


रजनीगंधा में खरपतवार नियंत्रण
फूलों के साथ कई बार बिना जरूरी पौधे अपने आप उग आते हैं, ये पौधे फसल की बढ़वार को रोकते हैं इसलिये इन्हें समय रहते निकाल फेंकना चाहिये. हम बात करें है रजनीगंधा, गुलाब और गेंदा के बागों के बारे में जहां बारिश के बाद खरपतवार उग आते हैं.  खरपतवार हटाने के बाद पौधों में सिंचाई का काम कर लेना चाहिये. 


 


इसे भी पढ़ें:-


Festive farming 2022: गेंदे की महक से त्योहारों तक मालामाल होंगे किसान, जानें गेंदे की खेती का सही तरीका


पॉलीहाउस में सब्जी उगाकर मालामाल होंगे किसान, सरकार उठाएगी 65% तक का खर्च