Tomato Price Hike: टमाटर के दाम सातवें आसमान पर हैं. हर रोज टमाटर का भाव नया आंकड़ा छू रहा है. हिमाचल प्रदेश के कुछ शहरों में टमाटर की 22 किलो की क्रेट का भाव ढाई हजार तक पहुंच गया है. वहीं खुदरा बाजार में टमाटर के दाम 200 रुपये प्रति किलो तक हैं.
बारिश के कारण महंगी हुई सब्जियां आम आदमी की थाली से दूर होती जा रही हैं. बारिश के कारण सब्जियों की आपूर्ति पर बुरा असर पड़ा है. बीते एक महीने से टमाटर की कीमतों में तेजी देखी जा रही है. महंगे टमाटर ने रसोई का बजट बढ़ा दिया है. हिमाचल प्रदेश की बल्ह घाटी क्षेत्र में टमाटर की 22 किलो की क्रेट ढाई हजार रुपये तक बिक रही है. वहीं लंबा हाइब्रिड टमाटर दो हजार रुपये प्रति क्रेट के हिसाब से बिक रहा है.
कृषि विशेषज्ञ टमाटर के दामों में उछाल की वजह फसल का खराब होना बता रहे हैं. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि टमाटर की 30 फीसदी से ज्यादा फसल मारी गई है. महंगाई से लाल टमाटर को लेकर अगर कोई बहुत खुश है तो वे किसान हैं, किसानों का कहना है कि फसल खराब होने के बाद उन्हें तगड़ा नुकसान होने का अंदेशा था, तब टमाटर का खुदरा मूल्य 20 से 30 रुपये प्रति किलो था जो अब 200 रुपये तक पहुंच गया है. दाम बढ़ने से किसानों को न केवल नुकसान की भरपाई होगी, बल्कि अतिरिक्त मुनाफा भी होगा. किसान का कहना है कि पहले क्रेट ज्यादा से ज्यादा 1800 रुपये तक बिक पाती थी जो अब 2600 रुपये तक बिक रही है.
अभी नहीं मिलेगी महंगाई से राहत
आढ़तियों के मुताबिक टमाटर के अलावा हरी मिर्च, अदरक, अरबी जैसे कई सब्जियां के दाम भी बीते एक महीने में बढ़े हैं. हर साल बारिश में सब्जियों की आपूर्ति में कमी होने के कारण दाम बढ़ जाते हैं, लेकिन कुछ समय सप्लाई शुरू होने पर पुराने रेट पर सब्जियां मिलने लगती हैं. टमाटर की ज्यादातर आपूर्ति महाराष्ट्र खासकर नागपुर से होती रही है. वहां मंडी में टमाटर नहीं आ रहा है. अब कुछ दिनों तक ऐसे ही हालात बने रहेंगे.
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