Tomato Price In Uttar Pradesh: मौसम की मार व अन्य कारण, किसानों के लिए खेती मुनाफे का सौदा बहुत कम साबित होती है. पिछले खरीफ सीजन में बाढ़, बारिश, सूखे ने किसानों की फसलें बर्बाद कर दी. उसके बाद नवंबर, दिसंबर में हुई बारिश ने किसानों को नुकसान पहुंचाया था. इस साल मार्च में भी बारिश और ओलावृष्टि ने जमकर नुकसान पहुंचाया. गेहूं, सरसों को हुए नुकसान में किसान अभी तक कराह रहे हैं. अब उत्तर प्रदेश में किसानों पर एक मार पड़ी है. 


यूपी में टमाटर का भाव 2 रुपये किलो


उत्तर प्रदेश के बाराबंकी मेें टमाटर की हालत खराब होने लगी है. यहां टमाटर के भाव ही नहीं बढ़ पा रहे हैं. टमाटर की कीमत 2 रुपये प्रति किलो हो गई है. स्थानीय किसानों का कहना है कि गर्मी का असर वैसे तो सभी सब्जियों पर देखने को मिल रहा है. लेकिन सबसे ज्यादा प्रभावित टमाटर हुआ है. पिछले साल जहां किसानों को टमाटर का भाव 400 से 500 रुपये प्रति कैरेट मिल रहा था. वहीं, इस साल बाराबंकी में टमाटर के भाव 150 से 200 रुपए प्रति कैरेट ही रह गए हैं. 


खेत पर ही सड़ रहा टमाटर


स्थानीय किसानों का कहना है कि मंडी में टमाटर को बेचने का कोई फायदा नहीं है. भाड़ा तक नहीं निकल पा रहा है. किसान की मेहनत अलग है. किसान की मेहनत ही न निकले तो कोई फल या सब्जी तोड़कर ले जाने का क्या फायदा है? कई किसान खेतों से टमाटर ही नहीं तोड़ रहे हैं. इस कारण खेत पर ही टमाटर सड़ने लगा है. 


मंडी मेें भी फेंक रहे टमाटर


बाराबंकी में मंडी भाव और रिटेल भाव में भी बहुत ज्यादा अंतर नहीं है. थोक में जहां टमाटर 2 से 3 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. वहीं, रिटेल में टमाटर की कीमत 5 रुपये प्रति किलो तक है. मंडी मेें टमाटर बेचने जा रहे किसान इतने परेशान हैं कि कई बार टमाटर नहीं बिकता है और खराब होने लगता है तो मंडी में ही फेंकना पड़ रहा है. हालांकि इसका लाभ आम आमदी को मिल रहा है. बेहद सस्ती दरों पर टमाटर खरीदने को मिल रहा है.  



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