Agri Business: भारत को दूध-डेयरी का बड़ा उत्पादक देश कहते हैं. यहां पशुपालन, डेयरी और इससे जुड़े बिजनेस में सफलता की कई संभावनाएं हैं. अगर आप डेयरी से जुड़े कुछ बिजनेस के बारे में सोच रहे हैं या पुराना डेयरी बिजनेस बढ़ाना चाहते हैं या फिर अपनी नौकरी से ऊब चुके हैं तो टेंशन फ्री होकर इन बिजनेस आइडियाज के बारे में सोच सकते हैं.आज हम जिन बिजनेस के बारे में बताने जा रहे हैं वो सिर्फ पशुपालन, दूध उत्पादन या डेयरी तक सीमित नहीं है, बल्कि दूध से बनने वाली चॉकलेट,  आइसक्रीम, दूध से बने उत्पाद, चारा उत्पादन और दूध के संकलन यानी मिल्क सेंटर से जुड़ा है.


इन बिजनेस को करने के लिए आपको पशु पालने की भी कोई जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि दूध खरीदकर भी इन बिजनेस आइडिया पर काम कर सकते हैं. इन बिजनेस के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार, नाबार्ड और कई वित्तीय संस्थाएं लोन और सब्सिडी भी देती हैं, जिससे आप 1 लाख निवेश करके बाकी का फंड कुछ सरकारी मदद और लोन से पूरा कर सकते हैं.  इस आर्टिकल में जानिए ऐसे ही 5 खास बिजनेस आइडिया के बारे में.


चॉकलेट प्रोसेसिंग बिजनेस
आज की युवा पीढ़ी को चॉकलेट बेहद पसंद है. देश-विदेश में इसकी काफी डिमांड, लेकिन कुछ ही कंपनियां चॉकलेट प्रोडक्शन करती हैं. आप चाहें तो भारत में शुद्ध दूध से बनी चॉकलेट भी लॉन्च कर सकते हैं. एक अनुमान के मुताबिक, दुनिया का चॉकलेट बाजार करीब 97 अरब डॉलर का है और हर साल इसमें 4.6% की ग्रोथ दर्ज की जाती है.


पिछले कुछ सालों में ये बच्चों से लेकर बड़ों की पसंदीदा चीज बनी है. शहर से लेकर गांव तक चॉकलेट के बारे में जागरुकता बढ़ गई है. इसके ना जाने कितने फ्लेवर बाजार में आ गए हैं. अगर आप डेयरी के साथ कुछ अलग करना चाहते हैं तो ये चॉकलेट बिजनेस आप ही के लिए है. आप चाहें तो खुद का ब्रांड बनाने के बजाए रॉ चॉकलेट बनाकर भी बड़े ब्रांड्स को बेच सकते हैं.


आइसक्रीम मेकिंग बिजनेस
डेयरी से जुड़ा एक और शानदार बिजनेस है आइसक्रीम मेकिंग का, जिसमें आप कम से कम इनवेस्टमेंट करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. कई बड़ी-बड़ी कंपनियां अपना प्लांट भी लगाने के लिए युवाओं और पेशेवरों को इनवाइट करती हैं. आप चाहें तो इन कंपनियों के जरिए या फिर खुद का ऑर्गेनिक आइसक्रीम मेकिंग बिजनेस चालू कर सकते हैं.


इसके लिए आपको प्लांट तैयार करना होगा. आप चाहें तो एग्री बिजनेस या एग्री स्टार्ट अप स्कीम के तहत भी आवेदन करके आर्थिक मदद ले सकते हैं. अगर आप अच्छी, ऑर्गेनिक या हेल्थ बेस्ड आइसक्रीम बनाते हैं तो इसका बाजार बहुत बड़ा है. पहले सिर्फ गर्मियों में आइसक्रीम की डिमांड रहती थी, लेकिन अब हर सीजन में इसकी सप्लाई होती है.


डेयरी प्रोडक्ट्स बिजनेस
भारत में किसी चीज की डिमांड रहे ना रहे, दूध और इससे बने उत्पादों की मांग और सप्लाई हमेशा रहती है. आप चाहें तो खुद की मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर दूध से घी, मक्खन, पनीर, दही, टोन्ड मिल्क, सोया मिल्क, चीज़, मायोनीज और मिल्क पाउडर आदि बनाकर बेच सकते हैं.


भारतीय बाजार में दूध की मांग और कीमतें पीक पर है. ऐसे में दूध का प्रोसेसिंग बिजनेस कम ही समय में सफल साबित हो सकता है. इस बिजनेस के लिए तो आप प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत 10 लाख रुपये तक की सब्सिडी के साथ-साथ अपने बिजनेस के लिए तकनीकी और व्यापारिक मदद हासिल कर सकते हैं.


एनिमल फीड बिजनेस
हर साल हमारे देश में दुधारु पशुओं को चारे की कमी से जूझना पड़ता है. देश में हरे चारे का संकट नहीं है, लेकिन कमी है, जिसकी वजह से पशुओं की सेहत और दूध की क्वालिटी भी प्रभावित होती है. आप चाहें तो कृषि योग्य जमीन खरीदकर या पट्टे पर लेकर चारे का बिजनेस कर सकते हैं.


आधुनिक तकनीकों से अब चारा सिर्फ खेतों में ही नहीं उगता, बल्कि कंबाला जैसी हाइड्रोपॉनिक मशीनों में भी तैयार होता है, जो पशुओं के लिए कहीं ज्यादा पोषण से भरपूर होता है. देश में जब किसान और पशुपालन चारे की कमी का सामना कर रहे हैं, महंगा चारा खरीद रहे और पशुओं को सूखा चारा खिलाकर काम चला रहे हैं.


ऐसे में आप ग्रामीण स्तर पर चारे का बिजनेस करके सीधा डेयरी फार्म्स को चारा सप्लाई कर सकते हैं. आने वाले समय में पशुपालन और दूध उत्पादन के क्षेत्र को गति मिलने वाली है. ऐसे में पशु आहार और चारे का बिजनेस आपकी कमाई में चार चांद लगा सकता है.


मिल्क कलेक्शन सेंटर या डेयरी पॉइंट
मदर डेयरी, अमूल, सरस, सफल जैसी कई कंपनियां अपने मिल्क और डेयरी पॉइंट खोलने की सुविधा देती है. जहां भी ये डेयरी पॉइंट्स खुलते हैं, वहां हमेशा दूध-डेयरी उत्पादों की मांग रहती है. अगर आप अपना खुद का डेयरी पॉइंट खोलना चाहते हैं तो वो भी खोल सकते हैं. इन दिनों मिल्क कलेक्शन सेंटर्स की भी काफी कमी है.


कई डेयरी किसान अपने पशुओं से दूध उत्पादन तो ले लेते हैं, लेकिन उन्हें दूध बेचने के लिए समय और सही बाजार नहीं मिल पाता. ऐसे में आप अपना मिल्क कलेक्शन सेंटर या डेयरी पॉइंट उन इलाकों में बना सकते हैं, जो शहर और गांव के बीचोंबीच पड़ते हों और ग्राहक-किसान की पहुंच भी हो.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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