Tractor Maintenance Tips: ट्रैक्टर की ऐसे मेनटेनेंस करें किसान, हम बताएंगे कुछ आसान टिप्स जो बचाएंगे आपका समय और पैसा
Tractor Purchase: ट्रैक्टर ने कृषि कार्यों को कई गुना आसान बना दिया है. इसके सालोंसाल सही ढंग से संचालन के लिए टाइम पर मेनटेनेंस की आवश्यकता होती है. बाहर पैसे खर्चने के बजाए खुद यह काम कर सकते हैं.
Tractor Management: आज के आधुनिक दौर में हमारी कृषि भी एडवांस होती जा रही है. लगभग हर कृषि कार्य के लिए विशेषज्ञों ने कृषि यंत्र इजाद कर दिए हैं. दूसरी तरफ कृषि तकनीकी भी खेती में समय और खर्चा बचा रहे हैं. आज के दौर में कृषि के लिए सबसे उपयोगी यंत्र, परिवहन, उपकरण की बात करें तो सबसे पहले ट्रैक्टर का नाम आता है. इस ट्रैक्टर ने कृषि के व्यवसाय को फलने-फूलने में अहम रोल अदा किया है. आज न जाने कितने ही कृषि यंत्र ट्रैक्टर से जोड़कर चलाए जा रहे हैं. इसने खेत की जुताई से लेकर बुवाई, निराई, छिड़काव, कटाई और उपज को मंडी पहुंचाने के लिए ढुलाई का काम आसान बना दिया है. एक अकेला ट्रैक्टर किसान के लगभग सारे कामों को पूरा कर देता है. इसे यूं ही किसान की सवारी नहीं कहते.
ट्रैक्टर ने आज किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद की है, लेकिन इसके सही संचालन के लिए समय-समय पर मेंटेनेंस की सख्त जरूरत होती है. यदि ट्रैक्टर का सही तरीके से रखरखाव किया जाए तो सालोंसाल की ट्रैक्टर की सवारी का लुफ्त उठा सकते हैं.
यदि आप भी किसान हैं और आपके पास भी ट्रैक्टर है तो इस आर्टिकल में आपको जानकारी देंगे कि कैसे आप गांव में रहकर ही आसानी से अपने ट्रैक्टर की मेंटेनेंस कर सकते हैं.
ट्रैक्टर का तेल बदलें
सही टाइम पर लुब्रिकेशन से किसी भी यंत्र की लाइफ बढ़ जाती है. इससे मशीनों में घर्षण कम होता है और गर्मी भी पैदा नहीं होती. ट्रैक्टर में भी हेवी ड्यूटी ग्रीस इस काम को आसान बनाता है. इससे ट्रैक्टर के कई हिस्सों में लुब्रिकेशन का हो जाता है.
इसके इस्तेमाल से ट्रैक्टर में प्रदूषण का स्तर कम होता है. यदि ट्रैक्टर में अच्छी गुणवत्ता के ग्रीस का इस्तेमाल किया जाए तो उच्च तापमान को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. इससे तेल के अधिक रिसाव की संभावना भी कम हो जाती है.
ट्रैक्टर में जंग लगने की भी संभावना बनी रहती है. इस परेशानी को खत्म करने में भी ग्रीस एक जंग रोधक की तरह काम करता है. इससे ट्रैक्टर के तमाम कलपुर्जों में नमी नहीं पैदा होती.
रोजाना इस तरीके से करें देखभाल
जब भी धूल मिट्टी भरे खेतों से ट्रैक्टर को बाहर निकालें या खेती किसानी से जुड़ा काम खत्म हो जाए तो इंजन के ठंडा होने के बाद उसमें ऑयल लेवल की जांच करें. यदि तेल का स्तर कम है तो अच्छे ग्रेड के इंजन ऑयल से टंकी को भर दें. ट्रैक्टर के सही संचालन के लिए रेडिएटर में पानी की जांच करना भी आवश्यक है.
यदि इसमें पानी की कमी है तो काम खत्म होने के बाद इसे पानी से वापस रिफिल कर दें. ट्रैक्टर में लुब्रिकेशन कायम रहना चाहिए, इसीलिए समय-समय पर इसमें तेल के स्तर की जांच करते रहे. ट्रैक्टर को एयर क्लीनर से साफ करें और यदि तेल गंदा हो गया है तो इंजन की साफ सफाई करके दोबारा नया तेल डालना ही फायदेमंद रहेगा.
हर सप्ताह सेफ्टी चेक
कृषि कार्यों में किसान इतने उलझ जाते हैं कि रोजाना ट्रैक्टर की जान करना मुमकिन नहीं हो पाता. ऐसी स्थिति में हर सप्ताह भी ट्रैक्टर की मेनटेनेंस कर सकते हैं. इस दौरान सबसे पहले ट्रैक्टर के टायरों में हवा का दबाव चेक करें. यदि हवा की कमी है तो इससे वापस भरवाएं, जिससे टायर पंचर होने का खतरा ना रहे.
कई बार बैटरी में पानी खत्म हो जाने पर भी ट्रैक्टर का सही संचालन नहीं हो पाता हो सकता. ट्रैक्टर में पानी की जांच करते रहें और इसे वापस रिफिल करें. ट्रैक्टर में बार-बार गियर का इस्तेमाल करने पर उसमें तेल की मात्रा कम हो जाती है, इसीलिए गियर बॉक्स में भी तेल चेक करते रहें.
यदि आप चाहते हैं कि खेतों में आपका ट्रैक्टर मक्खन की तरह दौड़े तो इसके कलपुर्जों में ग्रीस चेक करते रहें. क्लच शॉट, बेयरिंग, ब्रेक कंट्रोल, पंखे का वाशर, सामने वाले पहिए का हब, टाई रॉड, रेडियस क्रॉस आदि सभी जगह अच्छी तरह ग्रीस से लुब्रीकेशन का काम करें.
हर 15 दिन में करें जांच
ट्रैक्टर में कुछ चीज में रोजाना चेक करने की होती हैं तो कुछ हर सप्ताह में इसी तरह हर 15 दिन के अंतराल पर ट्रैक्टर में एक सिक्योरिटी चेक करना फायदेमंद रहता है. ध्यान से ट्रैक्टर के डायनेमो और स्टार्टर में ऑयल डालें. धुआं निकलने वाली ट्यूब में भी कई बार कार्बन जमने से परेशानी हो सकती है, इसीलिए इसकी भी साफ सफाई करते रहें.
इंजन ऑयल को बदलने के लिए नाली प्लग को तेल से बाहर निकालें और इसमें सही ग्रेड का साफ अशुद्ध तेल रिफिल कर दें. समय-समय पर मैटेलिक ऑइल से फिल्टर्स की साफ सफाई करते रहें. मैकेनिक से क्लच और फील प्ले भी चेक करवाते रहें.
हर महीने में पर्फॉर्मेंस चेर करें
हर महीने में एक बार ट्रैक्टर के साथ आई मैनुअल की मदद से डीजल के फिल्टर की साफ सफाई करते रहें. फिल्टर को सिर्फ तेल टैंक के नल से धोएं. साथ में तेल टैंक की भी साफ-सफाई का ख्याल रखें.
यदि बैटरी का पानी लेवल से कम है तो बैटरी को बदलवाना ही समझदारी होगी. अपने ट्रैक्टर को हर महीने अनुभवी मैकेनिक से चेक करवाएं और अपने ट्रैक्टर में वाल्व और डीजल के पंप की भी जांच करवाते रहें.
वहीं हर 4 महीने में गियर बॉक्स में तेल की जांच करें. वहीं बैक एक्सेल के ऑयल को चेक करने के बाद उसकी सफाई करें और नया तेल भर दें. हर 4 महीने में सामने के पहिए की ग्रीस को बदलते रहे. आप चाहें तो बेहतर संचालन के लिए स्टीयरिंग ऑयल को भी बदलवा सकते हैं. वहीं हाइड्रोलिक पंप से फिल्टर्स की भी सफाई करते रहें
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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