Crop Storage: किसानों के लिए खुशखबरी! सरकारी गोदाम में अनाज रखने पर मिलेगी 30% की छूट, प्रति क्विंटल सिर्फ इतना चार्ज
Food Grains Storage:उत्तर प्रदेश के सरकारी गोदामों में अनाज का भंडारण करने पर किसानों को रसीद भी दी जाएगी. किसान चाहें तो इस रसीद पर बैंक लोन लेकर अगली फसल की तैयारी भी कर सकते हैं.
Subsidy on Crop Storage: किसानों को फसल की कटाई के बाद उपज का भंडारण, परिवहन और मंडियों में बिक्री आदि इंतजाम भी करने होते हैं. कई बार भंडारण की सुविधा इतनी महंगी होती है कि किसान अपने घर पर ही अनाज का भंडारण करते हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है. रिपोर्ट्स के अनुसार, अब यूपी के किसान बेहद सस्ती दरों पर अपने अनाज का भंडारण सरकारी गोदामों (UP Government Go Downs) में कर पाएंगे. इस मामले में उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम ने इस सीजन धान के भंडारण के लिए 8.2 लाख मीट्रिक टन अनाज भंडारण का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए किसानों को 30 फीसदी (Subsidy on Crop Storage) तक छूट दी जाएगी.
किसानों को मिलेंगी ये सुविधाएं
उत्तर प्रदेश के किसानों को सरकारी गोदाम में अनाज का भंडारण करने के लिए कुल लागत पर 30 फीसदी की छूट दी जाएगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब किसानों को सरकारी गोदाम में धान या किसी भी अनाज का भंडारण करने के लिए हर महीने 12.50 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से चार्ज देना होगा. इतना ही नहीं, अनाज के भंडारण के साथ-साथ किसानों को देशभर के बाजार में ऑनलाइन बेचने का भी मौका मिलेगा. इससे ना सिर्फ किसानों की उपज सुरक्षित रहेगी, बल्कि मनचाही जगह पर अनाज बेचकर किसान अच्छी आमदनी भी ले सकते हैं.
गोदाम की रसीद पर मिलेगा बैंक लोन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के सरकारी गोदामों में अनाज का भंडारण करने पर किसानों को रसीद भी दी जाएगी. किसान चाहें तो इस रसीद पर बैंक लोन लेकर अगली फसल की तैयारी भी कर सकते हैं. वहीं जब किसान को बाजार में अपनी उपज के मन चाहे दाम मिल जाएं तो अनाज को बेचने के बाद बैंक लोन भी चुका सकते हैं. इस तरह अनाज के भंडारण से लेकर अगली फसल की खेती के लिए किसानों को आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
इन जिलों में मौजूद है सरकारी गोदाम
उत्तर प्रदेश में करीब 56 जिलों के सरकारी गोदामों में अनाज का भंडारण करने के लिए सुविधा प्रदान दी जाएगी. इन जिलों में रायबरेली, बाराबंकी, पीलीभीत, फतेहपुर, कांशीराम नगर, अंबेडकरनगर, अलीगढ़, जालौन, बुलंदशहर, मेरठ, कानपुर नगर, मथुरा, मुरादाबाद, सीतापुर, बरेली, महामाया नगर, प्रयागराज, शाहजहांपुर, मैनपुरी, गोरखपुर, हमीरपुर, उन्नाव, प्रतापगढ़, इटावा, कन्नौज, देवरिया, ज्योतिबा फुले नगर, गाजीपुर, रामपुर, औरैय्या, हरदोई, सहारनपुर, सुल्तानपुर, बलरामपुर, ललितपुर, महाराजगंज, महोबा, झांसी, वाराणसी, बहराइच, गोंडा, खीरी, बदायूं, बस्ती, कुशीनगर, फर्रूखाबाद, कानपुर देहात, कौशांबी, बिजनौर, जौनपुर, आगरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, मिर्जापुर, सोनभद्र और सिद्धार्थनगर शामिल हैं, जहां अनाज के भंडारण के लिए सरकारी गोदाम मौजूद हैं.
किसानों के लिए चलाया जागरूकता अभियान
अनाज के भंडारण को लेकर किसानों तक जानकारी पहुंचाने के लिए उ.प्र. राज्य भंडारण निगम (UP State Warehousing Corporation) के अधिकारियों ने जागरूकता अभियान भी चलाया है. इस अभियान के तहत किसानों को बताया जा रहा है कि अगर तत्काल कोई पैसों की जरूरत नहीं है तो किसान अपनी अनाज का भंडारण कर सकते हैं. वहीं जब जरूरत और बाजार भाव ठीक-ठाक हो तो एक-दो महीने के अंदर अपना अनाज निकालकर बेच सकते हैं और अच्छे दाम हासिल कर सकते हैं.
बता दें कि उ.प्र. राज्य भंडारण निगम के 147 गोदाम की भंडारण क्षमता 27 लाख 22 हजार 203 मीट्रिक टन हैं. इन सरकारी गोदामों को देश के ऑनलाइन बाजारों-मंडियों से जोड़ा गया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, उ.प्र. राज्य भंडारण निगम के गोदाम वेयर हाउसिंग डेवलेपमेंट रेगुलेटरी अथारिटी (WDRA) के गोदामों की सूची में भी दर्ज हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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