Agriculture News: उत्तर प्रदेश में बीजेपी का डबल इंजन वाली योगी सरकार महिला किसानों के हित को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है. उत्तर प्रदेश में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मछली पालन से जोड़ने की योजना अपनी रफ्तार पकड़ रही है. इसके लिए एरिएशन सिस्टम स्थापना नाम से एक योजना की शुरुआत की गई है. इसी को लेकर राज्य सरकार ने मछली पालकों को राहत देने का फैसला करते हुए इस योजना के आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ा दिया है.
विभाग ने बढ़ाई अंतिम तारीख
राज्य के मत्स्य पालक विकास अभिकरण विभाग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने मीडिया को बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन 3 सितंबर 2024 कर किए जा सकते हैं. पहले ऑनलाइन आवेदन के लिए पोर्टल को 5 अगस्त से 19 अगस्त 2024 तक खोला गया था, लेकिन अब योजना में ऑनलाइन आवेदन 20 अगस्त 2024 से 3 सितंबर 2024 तक किए जा सकेंगे. आवेदन विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट http://fisheries.up.gov.in पर जाकर किया जा सकता है.
सरकार की ओर से दी जाएगी सब्सिडी
आपको बता दें कि जिनके तालाब की हाल में उत्पादन क्षमता कम से कम 4 से 5 टन प्रति हेक्टेयर है उनके उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए सरकार की ओर से सब्सिडी दी जाएगी. वहीं 0.5 हेक्टेयर के तालाब पर 2 हॉर्स पावर के एक क्याड पेडल कील और 1 हेक्टेयर या उससे बड़े तालाब के लिए ज्यादा से ज्यादा 2 एरियेटर महिला मछली पालकों को उपलब्ध कराए जाएंगे. इस योजना का लाभ पाने के लिए मत्स्य पालक के तालाब पर लाइट कनेक्शन होना अनिवार्य है, तभी सरकार आपको इस योजना का लाभ दे पाएगी.
ज्यादा से ज्यादा संख्या में करें आवेदन
विभाग ने महिला मछली पालकों से अपील करते हुए कहा कि वे इस योजना का लाभ लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में आवेदन करें. ज्यादा जानकारी के लिए किसी भी वर्किंग डे ( कार्य दिवस) पर कार्यालय मत्स्य पालक विकास अभिकरण के कमरा नंबर एफ-26 विकास भवन लखनऊ से संपर्क कर सकती हैं. इस योजना में मत्स्य बीज, हैचरी स्वामी, निजी तालाब एवं पट्टे के तालाब पर ऐसी महिला मत्स्य पालक, जिनके तालाब की पट्टा अवधि कम से कम पांच वर्ष अवशेष हो, वह आवेदन कर सकती हैं.
योजना से मिलेगा ये फायदा
आपको बता दें कि एयरेशन सिस्टम में मछली के बाड़े के तल पर फैली हुई हवा को बांटने के लिए एयर कंप्रेसर का उपयोग किया जाता है. इससे होता ये है कि पानी की ऊपर की ओर गति बढ़ जाती है, जिससे बाड़े में मछलियों को ठंडा, साफ और ऑक्सीजन वाला पानी मुहैया हो जाता है. यह योजना पूर्ण रूप से महिला मछली पालकों के लिए ही समर्पित है.
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