Mahila Samarthya Yojana: दूध और डेयरी का नया हब बनने जा रहा है यूपी, 1 लाख से ज्यादा महिलाओं को मिलेगा रोजगार
Milk Production: बुंदेलखंड में योगी सरकार ने 200 करोड़ रुपये के बजट से 5 नई दूध उत्पादक कंपनियां लगाने का लक्ष्य रखा है.
UP Mahila Samarthya Yojana 2022: खेती-किसानी और डेयरी व्यवसाय (Dairy Farming) जैसे कामों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ती जा रही है. अब देश की ग्रामीण महिलाएं (Rural women) घर बार संभालने के साथ खेत-खलिहान और पशुओं की देखभाल भी करती है. ग्रामीण अर्थव्यस्था (Rural Economy) में महिलाओं के बढ़ते योगदान के मद्देनजर अब उत्तर प्रदेश की सरकार ने भी महिलाओं के हित में बड़ा फैसला लिया है.
यूपी महिला सामर्थ्य योजना 2022के तहत महिलाओं की भागीदारी से राज्य में दूध उत्पादन (Milk Production) को बढ़ाने की कवायद की जा रही है. इसके लिये राज्य सरकार ने करीब 5 और दूध उत्पादक कंपनियों (Milk Producer Company, UP) की स्थापना के लिये 200 करोड़ रुपये का बजट जारी किया है. इस योजना के तहत ये दूध उत्पादक कंपनियां रायबरेली, गोरखपुर, बरेली, प्रयागराज और लखनऊ में स्थापित की जाएंगी.
बुंदेलखंड की महिलाओं से मिली प्रेरणा
जाहिर है कि देशभर में दूध उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है. दूध उत्पादन के क्षेत्र में बुंदेलखंड का प्रदर्शन भी काफी अच्छा रहा है. यहां महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा संचालित बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की सफलता आसमान छू रही है. साथ बुंदेलखंड की काशी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी में भी महिला किसानों का काफी योगदान रहा है. दूध उत्पादन और डेयरी के क्षेत्र में इस कदर बढ़ती महिला की भागीदारी के मद्देनजर ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब राज्य को मिल्क हब बनाने का फैसला किया है. इस काम में उत्तर प्रदेश महिला सामर्थ्य योजना के जरिये महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी.
रोजाना 15 लीटर दूध का संकलन
इस योजना के तहत बुंदेलखंड की बलिनी और काशी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के साथ-साथ पांच नई दूध उत्पादक कंपनियों की सफलता के लिये काफी प्लानिंग की गई है. उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने इन सातों मिल्क प्रोड्यूसर कंपनियों से अगले पांच सालों में 15 लाख लीटर दूध के संकलन का लक्ष्य रखा है. इस काम में तकनीकी सहयोग के लिये उत्तर प्रदेश के ग्रामीण आजीविका मिशन ने राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड की अनुसंगी संस्था एनडीडीबी डेरी सर्विसेस के साथ एक समझौता भी किया है.
शुरू हो चुके हैं रजिस्ट्रेशन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के रायबरेली और गोरखपुर में मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की स्थापना की जा चुकी है. अब रायबरेली में सामर्थ्या मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी और गोरखपुर में स्थापित श्री बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर कंपनियों का संचालन फरवरी तक शुरू किया जायेगा. रायबरेली और गोरखपुर की इन मिल्क प्रोड्यूसर कंपनियों से करीब 11 जिलों की 1 लाख से भी ज्यादा महिलाओं को जोड़कर लाभान्वित किया जायेगा. इन जिलों में राय बरेली के नजदीकी अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, फ़तेहपुर, कानपुर नगर, प्रतापगढ़ के साथ-साथ गोरखपुर के नजदीकी महाराजगंज, देवरिया और कुशीनगर शामिल होगा.
40,000 महिलाओं को मिलेगा सीधा फायदा
उत्तर प्रदेश में दूध संकलन (Milk Collection) व्यवसाय से महिलाओं को जोड़कर उन्हें सशक्त, स्वावलंबी और अत्मनिर्भर बनाने में खास मदद मिलेगी. मडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रायबरेली में स्थापित होने वाली दूध उत्पादक कंपनी (Milk Producer Company) से रामपुर, रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी और सीतापुर की करीब 40,000 से महिलाओं को सीधा लाभ होगा. इस योजना (UP Mahila Samarthya Yojana 2022) से जल्द ही लखनऊ के निकटवर्ती जिलों को भी जोड़ा की भी योजना है. इस काम में एनडीडीबी डेरी सर्विसेस से डीपीआर से बातचीत जारी है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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