Solar Pump Subsidy in UP: रबी सीजन का आगाज हो चुका है. किसानों ने बीज, खाद-उर्वरक और सिंचाई साधनों का इंतजाम कर लिया है. एक बाहर फिर खेतों में बुवाई चल रही है. इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है. राज्य में किसानों को 10,000 सोलर पंप का आंबटन किया जा चुके है. ये सोलर पंप 60 प्रतिशत की सब्सिडी पर यूपी के किसानों को उपलब्ध करवाए गए हैं. किसानों को बाकी 40% पैसा 7 दिनों के अंदर बैंक की नजदीकी शाखा में चालान के जरिए जमा करवाना होता है. बता दें कि सोलर पंप (Subsidy on Solar Pump) की स्थापना के लिए टोकन प्रक्रिया के आधार पर लाभार्थी किसानों को चुना जाता है.
पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर मिलेंगे सोलर पंप
कुछ दिनों पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पंप की खरीद पर अनुदान की घोषणा की थी. राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एंव उत्थाम महाभियान के तहत किसानों से पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर आवेदन भी मांगे थे. वहीं आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद यूपी के सभी जिलों में 10,000 सोलर पंपों का आवंटन किया जा चुका है.
पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana) के तहत आबंटित इन सोलर पंपों के लिए किसानों को सिर्फ 40 फीसदी पैसा देना होता, बाकी 60 प्रतिशत भुगतान केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर करती है. सरकार की तरफ से दी जा रही 60 प्रतिशत सब्सिडी में 30% केंद्र सरकार और 30% राज्य सरकार की ओर से वहन किया जाता है.
किसानों को करना होगा ये काम
उत्तर प्रदेश सरकार ने पीएम कुसुम योजना के तहत राज्य के किसानों को 10,000 सोलर पंप उपलब्ध करवा दिए हैं. इसके लिए उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट www.upagriculture.com पर आवेदन मांगे गये थे. सोलर पंप आबंटन के बाद इसकी स्थापना और इस्तेमाल के लिए किसानों को खुद ही बोरिंग करवानी होगी.
रिपोर्टस के मुताबिक, 2 एचपी सोलर पंप के लिये 4 इंच की बोरिंग, 3-5 एचपी के लिये 6 इंच और 7.5-10 एचपी के लिये 8 इंच की बोरिंग करवाई जाती है. इस योजना के तहत बिजली चलित या ईंधन चलित सिंचाई यंत्र और पंप को भी सोलर पंप में बदलने का प्रावधान है.
कम हुई खेती का खर्च
इस साल मौसम के खराब रुख से खेती-किसानों को काफी परेशानी हुई. कई इलाकों में बारिश की कमी को देखते हुए यूपी सरकार ने सोलर पंप पर अनुदान देने का फैसला किया. इसके अलावा, खरीफ फसलों की कटाई के बाद खेतों की नमी कम हो जाती है और भूजल स्तर भी काफी नीचे चला जाता है.
ऐसे में फसलों से सही उत्पादन लेना लगभग मुश्किल हो जाता है. अब डीजल-पैट्रोल की बढ़ती मंहगाई के बीच यदि किसान ईंधन चलित पंप का इस्तेमाल करेंगे तो खेती का लागत बढ़ जाएगी. ऐसे में अब केंद्र सरकार ने पीएम कुसुम योजना के तहत देशभर में सोलर पंप उपलब्ध करवाने का फैसला किया है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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