Subsidy Offer: सुनहरा मौका! स्ट्रॉबेरी फार्मिंग के लिये किसानों को 40% सब्सिडी का ऑफर, इस तरह उठायें फायदा
Stawberry Cultivation: एक्जोटिव फ्रूट क्रॉप के तहत स्ट्रॉबेरी की खेती के लिये किसानों को 40 से 50 प्रतिशत तक सब्सिडी मिल रही है. लाभार्थी किसानों का चुनाव पहले आओ-पहले पाओ के तहत किया जायेगा.
Subsidy on Strawberry Farming: सर्द प्रदेशों में उगाई जाने वाली स्ट्रॉबेरी अब उत्तर प्रदेश के खेतों में भी लह-लहायेगी. इसके लिये कृषि विभाग द्वारा स्ट्रॉबेरी की खेती (Strawberry Farming) की इकाई लागत पर किसानों को 40 प्रतिशत तक सब्सिडी (Subsidy on Strawberry Cultivation) का ऑफर दिया गया है. सरकार के इस कदम से किसानों को बागवानी फसलों की खेती (Horticulture Crops Cultivation) के लिये नया विकल्प मिलेगा ही, साथ ही बाजार में बढ़ती स्ट्रॉबेरी की मांग (Strawberry Demand) को भी पूरा किया जा सकेगा. जानकारी के लिये बता दें कि सीतापुर जिले ((Strawberry farming in Sitapur) के हरगांव और महमूदाबाद में पहले ही कुछ किसान स्ट्रॉबेरी की खेती करते आ रहे हैं.
स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी
उत्तर प्रदेश सरकार भी अब अपने राज्य के किसानों को फल बागवानी फसलों की खेती के लिये अपने राज्य के किसानों को प्रोत्साहित कर रही है. इसी कड़ी में एक्जोटिव फ्रूट क्रॉप (Exotic Fruit Crop) के तहत राज्य के किसानों को स्ट्रॉबेरी फल की खेती के लिये 40 से 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है. इसके लिये किसानों से ऑनलाइन आवेदन भी मांगे गये हैं. इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने सीतापुर जिले में 10 हेक्टेयर में स्ट्रॉबेरी की खेती के लिये का क्षेत्र विस्तार करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
यहां करें आवेदन
उत्तर प्रदेश राज्य कृषि विभाग द्वारा एक्जोटिव फ्रूट क्रॉप के तहत स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी का लाभ उठाने के लिये अपने नजदीकी जन सुविधा केंद्र पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.
- इस सब्सिडी योजना के नियमों को मुताबिक सिर्फ पंजीकृत किसान को ही सब्सिडी का लाभ दिया जायेगा. इस योजना के तहत लाभार्थी किसानों का चयन भी 'पहले आओ- पहले पाओ' के आधार पर होगा.
- इस योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिये उत्तर प्रदेश कृषि विभाग (Uttar Pradesh Agriculture Department) की आधिकारिक वेबसाइट http://upagriculture.com/ पर जाकर भी आवेदन कर सकते हैं.
इन बातों का रखें ध्यान
जाहिर है कि स्ट्रॉबेरी एक सर्द जयवायु की बागवानी फसल है, जिसके बेहतर उत्पादन के लिये तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिये.
- इसकी खेती के लिये बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त रहती है, जिसमें रसायनों के बिना ही कार्बनिक पदार्थों के भरपूर वर्मी कंपोस्ट (Vermi compost) का प्रयोग फायदेमंद रहता है.
- स्ट्रॉबेरी के बेहतर उत्पादन (Strawberry Production) के लिये सीधा खेत में मेड़ बनाकर या फिर मल्च, लो टनल और पॉलीहाउस (Strawberry Cultivation in Polyhouse) में भी उन्नत बीजों से बुवाई कर सकते हैं.
- स्ट्रॉबेरी की खेती (Strawberry Cultivation) से अच्छा पैसा कमाने के लिये इसकी प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग (Strawberry Marketing) भी ध्यान देना चाहिये.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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