Vanilla Farming: फल, फूल, सब्जी, अनाज और औषधीय समेत कई फसलों की खेती करके भारत ने एक मापदंड स्थापित किया है. यहां किसान भी नई तकनीकों (New Farming Techniques) और नये प्रसायों से खेती को सुविधाजनक और फायदेमंद बना रहे हैं. यही कारण है कि पारंपरिक फसलों की जगह अब ऐसी बागवानी फसलों (Horticulture) की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिनकी मांग और कमाई ज्यादा है. इन्हीं फसलों में शामिल है. वनीला (Vanilla) जिसका इस्तेमाल आइसक्रीम से लेकर फास्ट फूड और सॉफ्ट ड्रिंक बनाने में किया जाता है. इसकी खेती बहुत कम देशों में होती है, लेकिन दुनिया का ऐसा कोई देश नहीं है, जहां इसकी भारी मांग हो, इसलिये किसान चाहें तो इसकी खेती (Vanilla Farming) से जुड़कर कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं.


क्या है वनीला (What is Vanilla)
हर इंसान की जुबान पर आइसक्रीम का जायका तो कभी न कभी लगा ही होगा, वनीला को ऐसे ही फूड्स में स्वाद और फ्लेवरिंग के लिये इस्तेमाल किया जाता है. ये ऑर्किड परिवार का सदस्य फल है, जिसे बेलदार फसल भी कहते हैं. लंबे और बेलनकार तने वाला ये फल बड़े कैप्सूल जैसा दिखता है, जिसमें से ढेरों बीज निकालकर प्रोसेसिंग की जाती है. वनीला के फल की तरह फूल भी काफी महकदार होते हैं.



ऐसे करें वनीला की खेती (Process of Growing Vanilla)


हर फसल की तरह वनीला की खेती करने से पहले मिट्टी की जांच जरूर करवानी चाहिये, जिससे जरूरत के हिसाब से खाद-बीज का इस्तेमाल कर सकें. 



  • वनीला की खेती के लिये जैविक पदार्थों वाली भुरभुरी मिट्टी सोने से कम नहीं होती है.

  • वनीला उगाने के दो तरीके होते हैं, जिसमें बीज से पौधे तैयार करना और दूसरी कटिंग या ग्राफ्टिंग विधि होती है.

  • जल्द से जल्द अच्छी पैदावार लेने के लिये ज्यादातर लोग बेल की ग्राफ्टिंग करके ही इसकी खेती करना पसंद करते हैं.

  • दूसरी कारण ये भी है कि वनीला के बीज थोड़े सख्त होते हैं, जिनकी बुवाई के बाद अंकुरण और पौधा बनने में काफी समय लग जाता है.

  • कटिंग या ग्राफ्टिंग विधि से वनीला की खेती करने के लिये नमी की जरूरत होती है, क्योंकि इस दौरान कटिंग वाली बेल तेजी से बढ़ती है.

  • किसान चाहें तो जुलाई-अगस्त में वनीला की खेती कर सकते हैं.



ग्राफ्टिंग विधि से वनीला की बुवाई  (Vanilla Farming by Grafting Method)



  • वनीला की फसल लगाने से पहले खेत की तैयारी करें और बुवाई से पहले गड्ढे खोद लें.

  • इन गड्ढों में गोबर की खाद और नीम की खली भर दें, जिससे फसल को पोषण और सुरक्षा कवच मिल सके.

  • वनीला की बेल को कम से कम 8 फीट की लंबाई पर काट लें और इसे गड्ढे में कम गहराई में लगायें.

  • ग्राफ्टिंग करके वनीला का तना लगाने के बाद तने को पत्ते या पुआल से ढंक दें.

  • रोपाई के तुरंत बाद बेल को पानी दें और खेत में फव्वारा या टपक सिंचाई की व्यवस्था करें

  • अच्छी पैदावार के लिये खेत में जरूरत के हिसाब से गोबर की खाद, केंचुए की खाद और नीम केक डालते रहें.

  • किसान चाहें तो एनपीके की 1 किलो मात्रा को 100 लीटर पानी में घोलकर भी छिड़क सकते हैं. 

  • जाहिर है कि वनीला एक बेलदार फसल है, इसलिये ध्यान रखें कि बेल जमीन को छुयें.

  • इसके लिये गड्ढे में कम से कम 7 फीट का लकड़ी का पोल भी लगायें, जिस पर बेल को लपेटकर बढ़ाया जा सके.

  • विशेषज्ञों के मुताबिक वनीला की बेल 150 सेमी. से ज्यादा लंबी नहीं होनी चाहिये. इसकी लंबाई मैनेज करने के लिये ऊपर से कटाई-छंटाई करते रहें.



वनीला की स्मार्ट फार्मिंग (Smart Farming of Vanilla)



  • वनीला की बेहतर क्वालिटी की पैदावार लेने के लिये ह्यूमिडिटी, छाया और मध्यम तापमान वाले इलाकों में ही इसकी खेती करनी चाहिये.

  • किसान चाहें तो पॉली हाउस या ग्रीन हाउस में वनीला की स्मार्ट फार्मिंग कर सकते हैं, इसमें फव्वारा सिंचाई पद्धति का प्रयोग किया जाता है, जिससे पानी की काफी बचत होती है. 

  • वनीला की खेती से अधिक आमदनी लेने के लिये किसान इसके साथ दूसरी सब्जी-औषधीय फसलों की खेती भी कर सकते हैं.

  • एक बार बुवाई-रोपाई के बाद वनीला की फसल से 3 साल बाद पहली फसल मिलती है, इसके बाद सही देखभाल करने पर जल्द ही इसकी उपज मिलने लगती है.



वनीला की प्रोसेसिंग (Vanilla Processing)
रिपोर्ट्स के मुताबिक वनीला की रोपाई के बाद इसके फल और फूलों को पकने में करीब 9-10 महीने लग जाते हैं, जिसके बाद इसकी प्रोसेसिंग करके कई स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ बनाये जाते हैं. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सिर्फ 1 किलो वनीला के बीजों को 40-50 हजार रुपये के भाव पर बेचा जाता है. खाद्य पदार्थ बनाने वाली बड़ी-बड़ी कंपनियां वनीला के मुंह मांगे दाम देती है. भारतीय मसाला बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व में बिकने वाली ज्यादातर आइसक्रीम में 40% हिस्सा अकेला वनीला का होता है. इतना ही नहीं, कई कंपनियां वनीला से केक, कोल्ड ड्रिंक, परफ्यूम और लक्जरी ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाती हैं. 



 


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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