(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अरे वाह! यहां जमीन पर नहीं बल्कि दीवारों पर हो रही है खेती, जानिए कैसे
विज्ञान की भाषा में इस प्रकार की खेती को वर्टिकल फार्मिंग कहा जाता है. इजरायल में इसे बड़े पैमाने पर ग्रीनवॉल नाम की एक कंपनी करती है. हालांकि, अब इसमें दुनियाभर की बड़ी बड़ी कंपनियां भी जुड़ रही हैं.
हमने जब से खेती देखी है वो हमेशा जमीन पर ही हुई है. हां, कुछ लोग जरूर अपनी बालकनी और छत पर गमलों के सहारे सब्जियों की खेती कर लेते हैं, हालांकि, वो भी समतल जमीन पर ही होती है. लेकिन अगर हम कहें की दुनिया में कई जगह लोग दीवारों पर खेती कर रहे हैं तो क्या आप मानोगे? सबसे बड़ी बात कि ये लोग दीवारों पर हर तरह की फसल उगा रहे हैं. इसमें सब्जियों से लेकर गेहूं और धान तक शामिल है. चलिए आपको बताते हैं कि ऐसा कैसे और क्यों हो रहा है.
कहां हो रही है दीवारों पर खेती?
दीवारों पर खेती शुरू की है इजरायल ने. दुनिया में एकमात्र यहूदी देश इजरायल के बारे में सब जानते हैं कि वो तकनीक के मामले में सबसे आगे है. वहां इस तरह से चीजों को इजात किया जाता है जो दशकों बाद इंसानों की जरूरत बन जाते हैं. दरअसल, उन्होंने दीवारों पर खेती जमीन की कमी की वजह से शुरू की. जिस तरह से दुनिया की आबादी बढ़ रही है, उसे देख कर लगता है कि आने वाले समय में इंसानों के लिए धरती की जमीन इतनी कम हो जाएगी कि खेती के लिए जगह बचेगी ही नहीं.
क्या कहते हैं इस प्रकार की खेती को
विज्ञान की भाषा में इस प्रकार की खेती को वर्टिकल फार्मिंग कहा जाता है. इजरायल में इसे बड़े पैमाने पर ग्रीनवॉल नाम की एक कंपनी करती है. इस कंपनी का कहना है कि उसके इस प्रोजेक्ट में दुनियाभर की बड़ी बड़ी कंपनियां जुड़ रही हैं. यहां तक की गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियां भी अब इस व्यवसाय में लग गई हैं.
अब जानिए दीवारों पर खेती होती कैसे है?
दरअसल, वर्टिकल फार्मिंग करने के लिए सबसे पहले छोटे-छोटे यूनिट्स में पौधो को लगाया जाता है, फिर उन्हें वर्टिकल तरीके से दीवारों पर सेट कर दिया जाता है. कई बार ये खेती पहले से बनी दीवारों पर होती है तो कई बार इसके लिए अलग से दीवारें बनाई जाती हैं. इन बनाई गई दीवारों को जमीन पर इस हिसाब से सेट किया जाता है कि ये खराब ना हों. इनकी सिंचाई का प्रबंधन भी अलग तरह से किया जाता है, इसके लिए पाइपलाइन्स की मदद ली जाती है. इस वक्त इजरायल के साथ साथ वर्टिकल फार्मिंग की मदद से खेती चीन, यूरोप और अमेरिका में भी हो रही है.
ये भी पढ़ें: मोबाइल सोलर प्लांट से हो रही फसल की सिंचाई, किसान का जुगाड़ देख सब हैरान हो गए