Walnut Production In Jammu Kashmir: अखरोट, बादाम, काजू की खेती ठंडे देशों में की जाती है. इन्हें सूखे मेवे के तौर पर जाना जाता है. ये पोषक तत्वोें से भरपूर है. अखरोट की आकृति ब्रेन के जैसी होती है, इसलिए इसे ब्रेन के लिए खासा फायदेमंद हो जाता है. लेकिन अखरोट भी छोटे और बड़े कई आकार के होते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में दुनिया में सबसे बड़े अखरोट की पैदावार होती है. हाल में जम्मू कश्मीर के एक इंस्टीटयूट ने अखरोट को लेकर ऐसा ही दावा किया है.


जम्मू कश्मीर में दुनिया का सबसे बड़ा अखरोट


सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ टेंपरेट हॉर्टिकल्चर(CITH) जम्मू-कश्मीर की ओर से अखरोट को लेकर ऐसा ही दावा किया गया है. उन्होंने कहा है कि अखरोट की नई प्रजाति विकसित की गई है. ये आकार और वजन में दुनिया का सबसे बड़ा अखरोट (world's heaviest walnut In Jammu Kashmir) है. अन्य अखरोट की तरह तोड़ने में कठोर नहीं है. यह उंगलियों से ही आसानी से टूट जाता है. इसकी कीमत भी उतनी अधिक नहीं है. वहीं अभी तक इस प्रजाति की पौध अधिक नहीं है, इसलिए अभी इसकी पैदावार जम्मू-कश्मीर में ही की जा रही है. 


कृषि विज्ञान मेले में दिखी झलक 


भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने हाल में पूसा इंस्टीट्यूट दिल्ली में कृषि विज्ञान मेला-2023 का आयोजन किया गया. CITH ने प्रदर्शनी में जम्मू कश्मीर का अखरोट रखा. इसे CITH walnut-1 नाम दिया है. अधिक वजनी और सबसे बड़े अखरोट लोगों की भीड़ एकत्र ही गई. संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि संस्थान के वैज्ञानिकों के स्तर से ऐसे फल विकसित किए जा रहे हैं, जोकि ठंडे मौसम और अधिक बर्फबारी को झेल सकते हैं. 


अखरोट का वजन है 28 ग्राम


संस्थान के साइंटिस्ट डॉ. वसीम हसन राजा ने बताया कि अखरोट की नई प्रजाति विकसित करने को लेकर संस्थान की ओर से कई साल से मेहनत की जा रही थी. रिसर्च में कई वैरायटी सामने आईं. इसमें सीआईटीएच वॉलनट-1(CITH walnut-1) अव्व्ल रही. इसका वजन 28 ग्राम तक दर्ज किया गया, जबकि आमतौर पर विदेशों में पैदा होने वाले अखरोट का वजन 15 से 16 गग्राम तक रहता है. 


60 फीसदी निकल रही गिरी


संस्थान के वैज्ञानिक ने बताया कि सीआईटीएच वॉलनट-1 की खासियत यह भी है कि इसमें गिरी भी बहुत अधिक निकल रही है. यह 60 प्रतिशत से अधिक है. इसका रंग लाइट है. वहीं गिरी 6 महीने तक सुरक्षित रहती है. हालांकि इसे सेफ रखे जाने के लिए एयर टाइट बॉक्स में रखा जाना चाहिए. 


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